लाइफस्टाइल

जूस पीने से पहले रखें इन बातों का ख्याल

जूस सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। ऐसे में हर सीजन में अलग-अलग वरायटी के जूस बाजार में मिलने लगते हैं। अगर आप जूस पीने जा रहे हैं, तो वह सेहत के लिए तभी फायदेमंद होगा, जब आप कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखेंगे। हम ऐसे ही टिप्स आपको बता रहे हैं, जिससे आपका जूस सही मायने में आपकी सेहत को फायदा पहुंचाएगा.

जूस सेहत के लिए अच्छा माना जाता है

वैसे तो कहा जाता है कि फलों में मौजूद फाइबर पेट के लिए काफी फायदेमंद होते हैं, लिहाजा जूस पीने की बजाए फल खाने चाहिए, लेकिन जूस पीने से आप तुरंत एनर्जेटिक हो जाते हैं। फल के रस में भी उतने ही न्यूट्रिशंस होते हैं, जितने फल में। फलों के रस में फाइटोन्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं, जो हेल्थ के लिए अच्छे होते हैं। फ्रूट जूस बॉडी में इंटरफेरान और एंटीबॉडीज के लेवल को बढ़ा देता है और इनमें पाया जाने वाला नैचरल शुगर हार्ट को मजबूत करता है।हम अक्सर देखते हैं कि बाजार में बहुत-सी दुकानों पर साफ-सफाई नहीं होती है। मौका मिलते ही जूस में मिलावट कर दी जाती है या फिर फ्लेवर्ड जूस पिला दिया जाता है। ऐसे जूस को पीने से अच्छा है कि आप घर में बना फ्रेश फ्रूट जूस पिएं।

जूस पीने से तुरंत एनर्जेटिक हो जाते हैं

इस तरह आपको टेस्ट और न्यूट्रिशंस के साथ साफ जूस पीने को मिलेगा। यानी आपको हाइजीन को लेकर कोई समस्या नहीं होगी।पैक्ड जूस में हाई कैलरीज होती हैं, जिससे वजन बढ़ सकता है। इनमें एनर्जी का लेवल बहुत हाई होता है। इनके इस्तेमाल से भूख तो बढ़ती है, लेकिन वजन बढऩे की संभावना भी काफी हद तक बढ़ जाती है। ऐसे में वेट कम करने की कोशिशें बेकार हो जाती हैं। चेरी, नाशपाती, सेब जैसे फलों में सार्बिटॉल शुगर पाया जाता है। इन फलों के पैक्ड जूस पीने से गैस और डायरिया की संभावना बढ़ जाती है। शरीर को फल और सब्जियों को अब्जॉर्ब करने में जितना समय लगता है, उससे कम समय में जूस अब्जॉर्ब हो जाता है। ऐसे में ब्लड शुगर तेजी से बढ़ता है।

पैक्ड जूस में हाई कैलरीज होती हैं

जरूरी नहीं कि दो फलों से बना हर तरह का जूस आपको फायदा ही पहुंचाए। मसलन अंगूर, सेब और संतरे जैसे फलों का रस पीना हार्ट की प्रॉब्लम और इंफेक्शन से गुजर रहे लोगों के लिए नुकसानदेह हो सकता है। दरअसल ये फल दवाइयों का असर आधा कर देते हैं। अगर आप मिक्सड जूस पी रहे हैं, तो शुरू में केवल 100 मिली ही लें। इसके बाद रोजाना 50 मिली के हिसाब से बढ़ाएं। 400 मिली से ज्यादा मिक्स जूस कतई न पिएं।अच्छा रहेगा कि आप अलग-अलग फलों का जूस पिएं। एक बार आप जिस फल का जूस पी चुके हों, उसे दोबारा न लें। अगली बार दूसरे फ्रूट का जूस लें।

400 मिली से ज्यादा मिक्स जूस कतई न पिएं

इससे आपका फैट नहीं बढ़ेगा और आप कई तरह के न्यूट्रिशंस इनटेक कर पाएंगे।फलों के रस में विटमिन, प्रोटीन, फैट्स, मिनरल्स और विटमिन सी की मात्रा उतनी नहीं होती, जितनी शुगर की मात्रा पाई जाती है। इसलिए फलों का रस पीने के बाद लूज मोशन या फिर पेट दर्द जैसी शिकायत हो सकती है। अगर आप ज्यादा जूस पीते हैं, तो बॉडी में बहुत ज्यादा कैलरीज आप गृहण कर लेंगे।

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