जनजातीय गौरव दिवस पर महासमुंद में इतिहास से जुड़ा भविष्य, शहीद वीर नारायण सिंह की प्रतिमा के लिए भूमिपूजन

रायपुर। जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर 18 दिसंबर को तहसील कार्यालय के समीप महासमुंद में शहीद वीर नारायण सिंह की प्रतिमा स्थापना हेतु भूमिपूजन कार्यक्रम गरिमामय माहौल में संपन्न हुआ। आदिवासी समाज की परंपरागत पूजा-पद्धति के साथ यह आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में समाजजन और जनप्रतिनिधि शामिल हुए।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस देश के वीर नायकों को स्मरण करने का अवसर है। उन्होंने बताया कि अमृतकाल में जनजातीय समाज के उत्थान के लिए केंद्र और राज्य सरकार निरंतर कार्य कर रही हैं। आदिवासी समाज के योगदान को सहेजने के लिए नया रायपुर में भव्य संग्रहालय, शिक्षा के लिए विशेष स्कूल, युवाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग और गांवों में बुनियादी सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह केवल आदिवासी समाज ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा हैं। उनकी प्रतिमा आने वाली पीढ़ियों को इतिहास, संस्कृति और स्वाभिमान से जोड़ेगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा ने कहा कि महासमुंद की धरती पर इस प्रतिमा की स्थापना गर्व का विषय है। यह प्रतिमा संघर्ष, बलिदान और आत्मसम्मान का प्रतीक बनेगी। उन्होंने क्षेत्र में चल रही सिंचाई और विकास परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे किसानों और आमजन को सीधा लाभ मिलेगा।
अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष रूप सिंह मंडावी ने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस समाज के नायकों के आदर्शों को अपनाने का दिन है। अन्य वक्ताओं ने भी भगवान बिरसा मुंडा और शहीद वीर नारायण सिंह के संघर्षों को स्मरण करते हुए सामाजिक एकता और जागरूकता पर बल दिया।
विधिवत पूजा-अर्चना के साथ भूमिपूजन सम्पन्न हुआ और कार्यक्रम राष्ट्रभक्ति व सामाजिक समरसता के संदेश के साथ समाप्त हुआ।


