बोवाईन मेस्टाईटिस पर एकदिवसीय प्रशिक्षण, पशुपालकों की आर्थिक हानि घटाने पर जोर

रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य पशु चिकित्सा परिषद के तत्वावधान में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर, समेती लभाण्डी (रायपुर) में बोवाईन मेस्टाईटिस विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह रोग गायों और भैंसों में होने वाली एक सामान्य लेकिन महंगी बीमारी है, जिससे पशुपालकों को उल्लेखनीय आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है।
प्रशिक्षण में बताया गया कि मेस्टाईटिस स्तन ग्रंथि में संक्रमण व सूजन के कारण होता है, जो जीवाणु, विषाणु और कवक से फैल सकता है। पोषक तत्वों की कमी से रोग प्रतिरोधक क्षमता घटने पर संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने रोग प्रबंधन, संतुलित आहार, समय पर निदान और प्रभावी उपचार के तरीकों पर विस्तृत जानकारी दी, साथ ही पोषण के माध्यम से प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के उपाय भी साझा किए।
इस प्रशिक्षण में रायपुर संभाग के पांच जिलों से करीब 50 पशु चिकित्सा अधिकारी शामिल हुए। कार्यक्रम में समेती के संचालक बी.के. बिजनौरिया, पशु चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष दीपक चन्द्राकर, संयुक्त संचालक समेती पी.के. शिन्दे की उपस्थिति रही। संचालन अतिरिक्त उप संचालक पशु चिकित्सा परिषद अशोक कुमार पटेल और रश्मि लता राकेश ने किया।




