
रायपुर : पंडित रविशंकर विश्विद्यालय प्रदेश का प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय है जो कुप्रबंधन की भेंट चढ़ चुका है, पुनर्मूल्यांकन जैसे मामलों में भ्रष्टाचार के शिकार छात्रों को अब कर्मचारियों की अभद्रतापूर्ण व्यवहार का सामना करना पड़ रहा है,
विश्वविद्यालय में विगत हफ्ते भर से पात्रता प्रमाणपत्र के लिए भटक रही छात्रा जब आज पुन: अपने प्रमाण पत्र लेने अकादमिक विभाग पहुची तो वहां पर कार्यरत विजय कुमार नामक कर्मचारी ने उनसे सीधे मुह बात तक ना कि इसकी जानकारी जब भारतीय राष्ट्रीय छात्रसंगठन के प्रदेश सचिव भावेश शुक्ला को पता चली तो उन्होंने स्वयं विश्वविद्यालय आकर कर्मचारि से बात करने का प्रयास किया इससे भडक़े कर्मचारी ने भावेश शुक्ला से अभद्रतापूर्ण तरीके से बात की और आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया इस कर्मचारी की शिकायते पहले भी आ चुकी है
कर्मचारियों की अभद्रतापूर्ण व्यवहार
कि ये छात्रों से सीधे मुह बात करने को अपनी तौहीन मानते है, इसी दौरान परीक्षा विभाग के एक कर्मचारी ने भी अपनी समस्या सुनाने आये एक पालक से आपत्तिजनक शब्दो मे बात की इन घटनाओं के बारे में छात्रसंगठन ने कुलपति जी से मामले की शिकायत करनी चाही तो विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा उनसे मिलने नही दिया गया तब छात्र नाराज हो गए और अपने शर्ट खोल अर्ध नग्न प्रदर्शन करते हुए विश्वविद्यालय प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी,
छात्रों के गुस्से को देख विश्वविद्यालय प्रबंधन ने तत्काल प्रभाव से कर्मचारी विजय को दुसरे विभाग भेज दिया और पात्रता प्रमाणपत्र देने में हो रहे विलंब का हल निकाल जल्द ही प्रदान करने की व्यवस्था करने की बात मान ली।
एनएसयूआई के प्रदेश सचिव भावेश शुक्ला ने कहा कि विद्या के स्थान पर ऐसे व्यक्तियों से संस्थान की गरिमा पर प्रतिकूल असर पड़ता है। ऐसे में जिन अधिकारियों ने अपशब्दों का इस्तेमाल किया है उन्हें तत्काल निलंबित किया जाए।
इस दौरान प्रदेश सचिव भावेश शुक्ला के साथ प्रदेश प्रवक्ता राहुल कर दुर्गा कालेज पूर्व अध्यक्ष शांतनु झा, जिला सचिव अरुणेश मिश्रा, नवराज सोलंकी, शुभम दुबे अभिमान अग्रवाल सूरज साहू, अमीर अली, सुधांशु मिश्रा सिपज, अजय,विमल अभिषेक आदि छात्र मौजूद थे।