
रायपुर : दिनांक 5 मई को जशपुर जिले के पत्थरगढ़ी मामले में शासन द्वारा स्थानिय अंचल के आदिवासियों के विरुध्द गठित 14 सदस्यीय जांच दल द्वारा जाकर प्रभावित ग्राम बुटुंगा में प्रभावित और पीडि़त लोगों यथा ग्राम कलिया, सिहारडांड, बच्छाराव बुटुंगा के निवासी 400-500 लोगों की उपस्थिति में चौपाल लगाकर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ द्वारा भाजपा की निकली सदभावना यात्रा के दौरान आदिवासियों के पांरपरिक संस्कृति के प्रतिक शिलालेख को औजारों एवं हथौड़ों से तोडक़र उनकी आत्मिक भावना को आहत किया गया।
जशपुर जिले के पत्थरगढ़ी मामले में शासन द्वारा स्थानिय अंचल के आदिवासियों के विरुध्द
जिसके चलते भाजपा की सदभावनायात्रा र्दुभावनायात्रा में तब्दिल हो गई। सदभावना यात्रा में शामिल बाहरी लोग जो संभवत: बजरंगदल से संंबंधित थे। हाथ में केसरिया झंडा लिये नारे लगा रहे थे। जिसका ग्राम वासियों ने पत्थरगढ़ी तोड़े जाने को लेकर विरोध किया। अनावश्यक तनावपूर्ण स्थिति का निर्माण प्रशासनिक सहयोग के चलते उपरोक्त तत्वों को मिला। यह आरोप छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के प्रवक्ता आरके राय एवं पत्थरगांव के विधानसभा प्रत्याशी महेश्वर सिंह पैकरा ने सागौन बंगले में आयोजित पत्रकार वार्ता में भाजपा पर लगाये।
हाथ में केसरिया झंडा लिये नारे लगा रहे थे
पत्रकारवार्ता में आर के राय ने बताया कि पार्टी का जांच दल जब बुटुंगा पहुंचा तो यह देख सुनकर हैरान रह गया कि पुुलिस प्रशासन द्वारा निर्दोष आदिवासियों यथा सुधीर, भगत, जावेद मिंज, दावद, मिलियन, फलजेन्स एक्का, पीतर, हेरमोन किन्डो, जोसेफ तिग्गा तथा सुबोध खलको की गिरफ्तारी आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 294, 342, 186, 332, 353 एवं 120 बी के तहत की गई है। संबंधित थाना क्षेत्र ने उपरोक्त आदिवासियों को पत्थर न गाडऩे की सलाह देकर भारत के संविधान में आदिवासियों के लिए निहित परंपराओं में हस्तक्षेप कर आपत्ति जनक कार्य किया है।
आर के राय ने बताया कि पार्टी का जांच दल जब बुटुंगा पहुंचा तो यह देख सुनकर हैरान रह गया
आर के राय ने पत्रकार वार्ता में भारत गणराज्य के राष्ट्रपति से बतौर आदिवासियों का सरंक्षक होने के नाते रमन सरकार को कड़े निर्देश देने की मांग की है। पत्रकार वार्ता में छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के पूर्व सदस्य, पूर्व संभाग आयुक्त एवं पत्थलगांव के प्रत्याशी महेश्वर सिंह पैकरा ने प्रशासन द्वारा आदिवासियों की परंपरा में दखल देने पर प्रशासन की जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा देश में यह पहली बार हुआ जब निर्दोष आदिवासियों के खिलाफ प्रशासन ने इतनी गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है। राय एवं पैकरा ने कहा कि पत्थरगढ़ी मामले को लेकर छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस आदिवासियों के साथ है । राज्यपाल को ज्ञापन देकर मामले की जांच की मांग करेंगे। साथ ही छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से मामले के निष्पक्ष जांच की पार्टी मांग करती है।