रायपुर : एस्मा के बाद नर्सों पर बड़ी कार्रवाई, एक दिन पहले अपराध दर्ज आज हुई गिरफ्तारी
रायपुर : अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले करीब एक पखवाड़ा से हड़ताल कर रही शासकीय अस्पतालों की नर्सों पर शासन द्वारा बड़ी कार्रवाई करते हुए आज ईदगाह भाठा में से गिरफ्तार कर सेंट्रल जेल परिसर भेजा गया है। इससे एक दिन पहले हड़ताल कर रही नर्सो के खिलाफ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.के.एस. सांडिल्य द्वारा शासकीय आदेश का अवहेलना करने की रिपोर्ट पर अपराध दर्ज किया गया था।
गिरफ्तार कर सेंट्रल जेल परिसर भेजा गया है
विदित हो कि प्रदेशभर की शासकीय अस्पताल की नर्सों द्वारा अपनी मांगों को लेकर पिछले करीब एक पखवाड़ा से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। इस दौरान अस्पतालों में व्यवस्था काफी बिगड़ी हुई है। मरीजों का इलाज भी प्रभावित हो रहा है। इसे देखते हुए शासन ने दो दिन पहले एस्मा लगाते हुए हड़ताल कर रही नर्सों को काम पर लौटने का आदेश जारी किया गया है। लेकिन इस आदेश के बावजूद नर्सें अपनी मांगे मनवाने के लिए हड़ताल पर डटी हुई है। इधर प्रदेश के सबसे बड़े अंबेडकर अस्पताल में भी नर्सोँ की हड़ताल से अव्यवस्था फैली हुई है।
इस दौरान अस्पतालों में व्यवस्था काफी बिगड़ी हुई है
इसे देखते हुए अस्पताल की मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डा. केएस सांडिल्य ने ईदगाहभाठा के पास हड़ताल कर धरना-प्रदर्शन कर रही नर्सों के खिलाफ आजाद चौक थाने में शासकीय आदेश का उल्लंघन करने के मामले में नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। इस रिपोर्ट के बाद के एक दिन नर्सों को काम पर वापस लौटने का अल्टीमेटम भी दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद नर्सें आज भी ईदगाहभाठा में धरना-प्रदर्शन करने पहुंची थी।
इधर रिपोर्ट के बाद पुलिस बल आज धरना-प्रदर्शन कर रही नर्सों को गिरफ्तार करने ईदगाहभाठा पहुंची और नर्सों को गिरफ्तार कर उन्हें सेंट्रल जेल परिसर भेज दिया गया। बताया जा रहा है कि गिरफ्तारी के दौरान नर्सों एवं महिला पुलिस के बीच हल्की झूमाझटकी भी हुई। गिरफ्तार कर नर्सों को बसों एवं पुलिस की वाहनों से सेंट्रल जेल तक पहुंचाया गया। जहां सभी को समाचार लिखे जाने तक अस्थायी रूप से जेल परिसर में बंदी बनाकर रखा गया है।
नर्सों एवं महिला पुलिस के बीच हल्की झूमाझटकी भी हुई
इधर छत्तीसगढ़ परिचारिका संघ के अध्यक्ष देवाश्री साव का कहना है कि शासन हमारी मांगों को पूरा नहीं कर पाई, इसी वजह से आंदोलन को बंद करने के लिए पुलिस फोर्स का सहारा लेकर अब आंदोलन दबाने की कोशिश कर रही है। शासन ने पहले डरा धमका कर एस्मा लगाया बावजूद नर्सेस आंदोलन करने से पीछे नहीं हटी तो आज नोटिस चिपकाकर हमारे साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर बलपूर्वक आंदोलन को बंद कराने का प्रयास किया जा रहा है।