
रायपुर : प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता मो. असलम ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में किसानों सहित जनता और शासकीय कर्मचारियों का भाजपा की रमन सरकार से लगातार मोहभंग होने का सिलसिला जारी है। शिक्षा कर्मियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, कोटवारों, मितानिनों, नर्सो ने इस सरकार को हो रही परेशानी से अवगत करा दिया है। लेकिन इनकी मांगों एवं असुविधाओं को लेकर सरकार का रवैय्या अहंकार भरा है। निचले स्तर की व्यवस्था चरमरा गयी है और लोगों को हो रही दिक्कतों की कोई सुध लेने वाला नहीं है। वर्तमान में स्वास्थ्य व्यवस्था वेंटिलेटर पर है, सुविधाओं का बुरा हाल है, नर्सिंग सेवाएं ठप्प हो गयी है। वहीं मरीजों को हो रहे संकट का असर सीधे तौर पर मरीजों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है।
भाजपा की रमन सरकार से लगातार मोहभंग होने का सिलसिला जारी है
स्टाफ की कमी और 6 सूत्रीय मांगों पर अड़ी नर्सों की हड़ताल की कोई सुचारू वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है। अप्रशिक्षित लोगों के भरोसे सरकारी अस्पताल संचालित किये जा रहे हैं। जबकि तीन वर्षों से नर्सों ने अपनी मांग निरंतर उठाई हुई है। वहीं मितानिनों ने भी तेरह सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ पूरा काम-काज छोडक़र मैदान में आंदोलन चलाया हुआ है। फलस्वरूप टीकाकरण, संस्थागत प्रसव और गर्भवती महिलाओं की देख-रेख की व्यवस्था बंद पड़ी हुई है, जिससे गांवों में महिलाओं और बच्चों को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं से वे वंचित हैं।
अप्रशिक्षित लोगों के भरोसे सरकारी अस्पताल संचालित किये जा रहे हैं
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मो. असलम ने कहा है कि व्यवस्थित एवं निर्बाध स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने में छत्तीसगढ़ सरकार प्रारंभ से विफल है। भाजपा सरकार की अब चला-चली की बेला है। किसानों सहित प्रत्येक नागरिकों में व्यापक असंतोष चरम पर है। अव्यवस्थाओं का बोलबाला है। वाहवाही, ढोंग, झूठ और भ्रष्टाचार के अलावा किसी भी योजनाओं में कोई कार्य नहीं हो रहा है। सरकार के आडंबर और अहंकार से जनता में निराशा है। राज्य सरकार के कुशासन से सरकारी कर्मचारियों सहित आम नागरिक मुक्त होने का मार्ग तलाश रही है।