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रायपुर : प्रधानमंत्री पद की गरिमा को गिराकर बात कर रहे है मोदी – पीएल पुनिया

रायपुर :  अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के छत्तीसगढ़ प्रभारी पी.एल. पुनिया ने पत्रकारो से चर्चा करते हुये कहा कि चुनाव चल रहे कर्नाटक में और प्रधानमंत्री जिस तरीके से बाते कर रहे है, जिस तरीके से भाषण दे रहे है चुनाव प्रचार प्रसार कर रहे है, वो अत्यंतखेदजनक है। प्रधानमंत्री देश के प्रधानमंत्री है। वो अकेले भाजपा के ही प्रधानमंत्री नही है और उन्हें देशहित को ध्यान में रखते हुये अपनी बात कहनी चाहिये। लेकिन वह निरंतर प्रधानमंत्री पद की गरिमा को गिरा के बात करते है।

निरंतर प्रधानमंत्री पद की गरिमा को गिरा के बात करते है

केवल राजनैतिक लाभ फायदे और स्वार्थ की बात करते है ये देश का दुर्भाग्य है। राष्ट्रपति की जहां तक की बात है, तो हमारा भी राष्ट्रपति पद के केंडिडेट अनुसूचित जाति के थे। पहले भी प्रधानमंत्री हमने अनुसूचित जाति के व्यक्ति को भी राष्ट्रपति बनाया है। इन्होंने तो महिलाओं को आज तक मौका नहीं दिया। इस तरह के जो समाज को बाटने के बात मोदी जी करते है, प्रधानमंत्री जी हर पल करते है, वो दुर्भाग्य की बात है।

राष्ट्रपति पद के केंडिडेट अनुसूचित जाति के थे

अमित शाह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष है वो भाजपा की बात करेंगे। कांग्रेस को उनसे कोई सार्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। अमित शाह जनता में जा के देखे, पर जनता ने मन बना लिया है। अब की बार फिर कांग्रेस पार्टी की सरकार बनेगी।
अब इनको 2013 और 2018 है इस दौरान में उनको और कुछ नहीं मिला जो आरोप लगाते रहे है कि भ्रष्टाचार के आरोप और उनकी व्यक्तिगत आरोप लगाते है इसका मतलब है

कांग्रेस को उनसे कोई सार्टिफिकेट की जरूरत नहीं है

कि 2013 के बाद उनको कुछ नहीं मिला जितना आरोप लगाते रहे सिद्धा रम्मैया के खिलाफ वो फर्जी थे बेगुनयाद थे और उसके लिये माफी मांगनी चाहिये और वो व्यक्ति राष्ट्रीय अध्यक्ष जरूर बन गया लेकिन वो तड़ीपार उनको कोर्ट के आदेश से कहा गया है, कि गुजरात के अंदर घुसेंगे नहीं, वो जेल में रहे मर्डर के केस में जेल में रहे ऐसे व्यक्ति लोगो को उपदेश दे रहे है। भाजपा के सांसद अलीगढ़ से है उन्होंने कहा है राजधानी अलीगढ़ में रूकनी चाहिये और धमकाया गया है।

भाजपा के सांसद अलीगढ़ से है उन्होंने कहा है राजधानी अलीगढ़ में रूकनी चाहिये और धमकाया गया है

ये तो रोज-रोज का किस्सा है ये कहां कानून को मानते है, कहां संवैधानिक मर्यादा को मानते है, एक सांसद जुम्मेवार पद पे है, संवैधानिक पद पे है और देश के लिये कानून बनाने के लिये नीतिनिर्धारण करने और वो भी सत्ता पक्ष के सांसद इस तरह के जो मर्यादाविहीन बात करे कानून के खिलाफ बात करते है जनविरोधी बात करते है वो केवल और केवल भाजपा के नेता ही कर सकते है। एमयू का जो विवाद है जो अनावश्यक रूप से भाजपा ने खड़ा किया है।

जनविरोधी बात करते है वो केवल और केवल भाजपा के नेता ही कर सकते है

जिन्ना के मामले में कांग्रेस पार्टी बहुत स्पष्ट रूप से ये कहती है कि वो हिदुंस्तान के रहनुमायी करने वाले नेताओं में से नहीं है। हमारी रहनुमायी करने वाले नेता महात्मा गांधी, पं. जवाहर लाल नेहरू, सरदार पटेल, मौलाना अब्दुल कलाम, ये हमारे अग्रणी नेता रहे है। इन्होने आजादी की लड़ाई लड़ी सरदार पटेल और जितने भी वरिष्ठ नेता रहे स्वंत़ता संग्राम सेनानी रहें जेलों में रह के अंग्रेजो को खदेड़ा और ये सब लोग तो अंग्रेजो का साथ दे रहे थे उनसे मिलके।

सरदार पटेल और जितने भी वरिष्ठ नेता रहे स्वंत़ता संग्राम सेनानी रहें

जो अंग्रेजो का जो भगाने का काम चल रहा था उसके हिमायत कर रहे थे। हरियाणा हो चाहे अन्य प्रदेश हो जहां-जहां भाजपा की सरकार है अनेको ऐसे कदम उठा रहे है निर्णय लिये जा रहे है जिससे समाज की दो फाड़ हो, जो धर्म के आधार पर समाज को बाटा गया है और वही काम हरियाणा मे भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के द्वारा किया जा रहा है।

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