रायपुर : चाचा की संपत्ति पाने के लिए एक युवक ने ही अपने तीन साथियों के साथ मिलकर अपने ही चचेरे भाई की हत्या कर दी। मामले में पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।मामले की खुलासा करते हुए एएसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि गत 16 अप्रैल की सुबह सुंदरनगर ओम सोसायटी निवासी मनोज पांडेय ने पुलिस को सूचना दी कि ओमसोसायटी में किराए से रहने वाले प्रकाश शर्मा व अमृत शर्मा के यहां बीती रात तीन अज्ञात नकाबपोश आए और दोनों भाईयों के हाथ, आंख व पैर को कपड़ा से बांधकर भाग गए।
चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है
जिसके बाद अमृत शर्मा अपने हाथ व पैर पर बंधे कपड़े को खोलकर कमरे से बाहर आकर दूसरे कमरे में बंद अपने भाई प्रकाश शर्मा को देखा तो वह मृत अवस्था में था। पुलिस ने मामले में हत्या का अपराध दर्ज कर मृतक प्रकाश शर्मा के चचेरे भाई अमृत शर्मा से पूछताछ किया जिससे अमृत शर्मा बार-बार अपना बयान बदल रहा था एवं लगातार पुलिस को गुमराह करने का प्रयास कर रहा था। जिस पर पुलिस के टीम ने अमृत शर्मा से कड़ाई से पूछताछ किया तो उसने हत्या करना स्वीकार किया।
आरोपी अमृत शर्मा पिता राजनारायण शर्मा ग्राम सीतापुर बसना ने बताया कि उसे व्यापार में 10 लाख रूपए का नुकसान हो गया था और उसे पैसे की अत्यंत आवश्यकता थी। इसलिए उसने अपने तीन अन्य साथी अनिल बेहरा पिता उदयनाथ 33 वर्ष निवासी रेस्टहाऊस के पीछे बसना, भोजराज नंद पिता माखनसाय नंद 30 वर्ष ग्राम बटगी थाना सरायपापी व चित्रसेन बेहरा पिता विश्वनाथ बेहरा 22 वर्ष निवासी बसना के साथ मिलकर अपने चचेरा भाई की अपहरण करने की योजना बनाई।
अपने चचेरा भाई की अपहरण
आरोपी अमृत शर्मा के द्वारा पिछले 1 माह से प्रकाश शर्मा की अपहरण करने की योजना बनाई जा रही थी जिसमें आरोपी अपने चाचा से 2 करोड़ रूपए फिरौती की मांगने वाला था। फिरौती नहीं मिलने पर हत्या करने की योजना भी थी। आरोपी अमृत शर्मा ने बताया कि इसके बाद उसका बैंक डकैती का भी योजना था। योजनानुसार आरोपी अमृत शर्मा ने 15 अप्रैल की रात अपने तीनों साथियों को बुलाया और उनके द्वारा प्रकाश शर्मा को नशे की दवाई सुंघाकर बेहोश करने का प्रयास किया गया। किंतु प्रकाश शर्मा द्वारा उनके साथ झुमाझटकी करने पर आवेश में आकर उन सभी के द्वारा मिलकर प्रकाश शर्मा का मुंह व नाक दबाकर हत्या कर दिया।
बैंक डकैती का भी योजना था
हत्या करने के बाद साक्ष्य छिपाने के लिए कमरे को अस्त व्यस्त कर दिया और किसी को कोई शक न हो इसलिए स्वयं को भी बंधक बनवा दिया। घटना के बाद उसके तीन अन्य साथी मृतक प्रकाश शर्मा के मोबाईल एवं मोटरसायकल को लेकर फरार हो गए। आरोपी अमृत शर्मा के निशानदेही पर पुलिस ने उसके तीन अन्य साथियों को गिरफ्तार कर मोटरसायकल व मोबाईल बरामद किया है।