फर्जी “IB अफसर” निकला दामाद, बुर्के में करता था ससुर की जासूसी, पकड़ा गया तो जमकर हुई पिटाई

रायपुर । “मैं हूं IB अफसर!” — स्कूटी पर हवा से बातें करता युवक जब चंदनडीह चौक पर पुलिस की चेकिंग में फंसा, तो चालान से बचने के लिए यही डायलॉग मारा। पहचान पत्र दिखाया, जिस पर लिखा था — “भारत सरकार, गृह मंत्रालय”। लेकिन रायपुर पुलिस की निगाहें भी किसी इंटेलिजेंस से कम नहीं थीं। कुछ ही पलों में आईडी की पोल खुली और झूठ की इमारत भरभरा कर गिर पड़ी।
गिरफ्तार शख्स का नाम विशाल कुमार (उम्र 29 वर्ष) है। भोपाल निवासी विशाल, रायपुर में अपने रिश्तेदार के घर में रह रहा था। तेज रफ्तार स्कूटी चलाने पर रोके जाने पर वह खुद को असिस्टेंट सेंट्रल इंटेलिजेंस ऑफिसर बताने लगा। लेकिन जब पुलिस ने आईडी कार्ड की सच्चाई खंगाली, तो मामला धोखाधड़ी और जालसाजी तक जा पहुंचा।
परतें खुलीं तो निकला नया ड्रामा — बुर्के वाला जासूस दामाद!
आईडी कार्ड फर्जी होने की पुष्टि के बाद जब पुलिस ने आगे जांच शुरू की, तो एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया। पता चला कि यही “फर्जी अफसर”, कुछ समय पहले भोपाल में बुर्का पहनकर अपने होने वाले ससुर की जासूसी करने गया था।
संदेह था कि ससुर साहब का किसी और महिला से संबंध है और बेटी की शादी के पैसे कहीं और खर्च न कर दें। इसी शक में विशाल ने अपने दो साथियों के साथ बुर्का पहनकर जासूसी मिशन शुरू किया — लेकिन मिशन फेल हो गया। ससुर को हमलावरों का शक हुआ, शोर मचाया और मोहल्लेवालों ने तीनों की अर्धनग्न करके बेल्ट और डंडों से जमकर पिटाई कर दी। इस घटना का वीडियो भी वायरल हो चुका है।
इंस्टाग्राम पर भी “सरकारी बाबू” बना बैठा था
विशाल सिर्फ असल जिंदगी में ही नहीं, बल्कि सोशल मीडिया पर भी फर्जी पहचान का खेल खेल रहा था। इंस्टाग्राम पर भारत सरकार के आईडी कार्ड के साथ अपनी फोटो डाल रखी थी, प्रोफाइल में “Ministry of Home Affairs” लिखा हुआ था। यानी फर्जीवाड़े का पूरा पैकेज तैयार कर रखा था।
अब सलाखों के पीछे
फिलहाल, रायपुर की आमानाका पुलिस ने विशाल कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। उस पर धोखाधड़ी, जालसाजी और फर्जी दस्तावेज रखने का केस दर्ज किया गया है। कोर्ट में पेशी के बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया है।