विधायक के पति की पोस्ट पर आई ऐसी प्रतिक्रियाएं, विधायक ने भी दे दिया राजनीती खत्म करने पर अपना जवाब
नमस्कार दोस्तों, हमारे चैनल में आप सभी का एक बार फिर से स्वागत है। दोस्तों, कोरिया ज़िले की बैकुंठपुर विधानसभा सीट से विधायक अम्बिका सिंहदेव के पति ने एक फेसबुक पोस्ट करते हुए अपनी पत्नी से राजनीती छोड़कर पारिवारिक जीवन में लौटने का आग्रह किया था, जिसके बाद से प्रदेश में यह एक सियासी मुद्दा बन गया है। पहले आपको हम विधायक अम्बिका सिंहदेव के पति की वो फेसबुक पोस्ट दिखाते हैं जिसमें उन्होनें वो तमाम बातें लिखी हैं…
अमिताभ घोष की इस पोस्ट पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। एक व्यक्ति ने इस पोस्ट पर लिखा की यह आईडी हैक कर ली गई है, कोई गलत पोस्ट कर रहा है सभी पोस्ट को रिपोर्ट कर दें। वहीं दूसरे ने लिखा कि दीदी यहाँ की विधायक नहीं बल्कि दीदी कोरिया जिले की एक विकास गंगा है और अभी इस क्षेत्र को उनकी ज़रूरत है। इस पोस्ट पर एक अन्य व्यक्ति ने कमेंट कर लिखा कि हम भी आपके परिवार को अपना हिस्सा मानते हैं मगर क्षेत्र को अभी दीदी की ज़रूरत है। वहीं एक यूजर ने लिखा कि परिवार से बड़ा कोई नहीं है।
इस पोस्ट के बाद अमिताबो घोष ने गुरूवार यानी 2 फरवरी को एक और पोस्ट किया, इसे उन्होंने हैशटैग मुझे भी कुछ कहना है 2 के नाम से साझा किया है, इस पोस्ट में अमिताभ ने अपनी पिछली पोस्ट का ज़िक्र करते हुए लिखा है कि कुछ बात लिखना बहुत ज़रूरी है, अभी मैं इंग्लॅण्ड में रहता हूँ हम रहते लंदन के बाहर हैं, जैसे होता है व्ही हुआ, मेरी पोस्ट आते ही जो विधायक जी के पक्ष वाले उनमें से 90 % चुप रहना ठीक समझा, बाकी 10 फीसदी ने मुझसे संपर्क करने की कोशिश की। इसके आगे भी कई बातें उन्होनें लिखीं हैं जिसे आप स्क्रीन पर देख सकते हैं।
आपको बता दें कि विधायक सिंहदेव इस दुसरे पोस्ट के आने से पहले ही इसपर अपनी प्रतिक्रिया दे चुकीं हैं, उनका कहना है कि उनके पति ने यह पोस्ट उस सन्दर्भ में की है जब पूर्व मंत्री भैय्यालाल राजवाड़े ने उनपर अभद्र टिप्पणी की थी, इसी वजह से उनका परिवार आशंकित है और उनके राजनितिक भविष्य की चिंता करते हुए पूर्व मंत्री की टिप्पणी से आहत हुआ है, इसी वजह से उनके पति ने यह पोस्ट किया, अम्बिका सिंहदेव ने एक निजी चैनल से बात करते हुए यह भी स्पष्ट कर दिया कि फिलहाल वो किसी कीमत पर राजनीती से सन्यास नहीं लेंगी, बल्कि इस साल के विद्यानसभा चुनाव में भी पार्टी की ही टिकट से उतरने की तैयारी करेंगी, उन्होनें कांग्रेस नहीं बल्कि बीजेपी पर अपमान करने का आरोप लगाया।
बहरहाल, इस पूरे मामले को आप क्या पारिवारिक मानते हैं या इसके पीछे कोई बहुत बड़ी राजनितिक साज़िश है ? क्या वाकई विधायक महोदय को सियासत का सफर खत्म करके अब घर-परिवार पर ही ध्यान देना चाहिए ?