भारत-अमेरिका ट्रेड वार्ता में अचानक खलल, अमेरिकी टीम की भारत यात्रा टली?

भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित बाइलेटरल ट्रेड एग्रीमेंट (BTA) की अगली बातचीत 25 अगस्त से भारत में होनी थी, लेकिन खबर है कि अमेरिकी टीम की यह यात्रा अब टल सकती है। अब तक पांच दौर की सफल वार्ता के बाद छठे दौर की वार्ता अहम मानी जा रही थी, लेकिन अधिकारियों ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि बैठक के कार्यक्रम में बदलाव हो सकता है।
यह फैसला खास तौर पर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि अमेरिकी प्रशासन ने भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत तक के भारी टैरिफ लगाने की घोषणा की है। हालांकि इस कदम के पीछे कोई आधिकारिक कारण या बयान अभी तक सामने नहीं आया है।
क्या रूस-यूएस संबंधों का असर है?
अमेरिकी टीम की भारत यात्रा टलने की खबर उस वक्त आई है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बैठक हुई है। यह बैठक शांति के बजाय विवादों में अटकी रही, जिसमें रूस ने अपनी स्थिति मजबूत की और ट्रंप को मास्को आने का न्योता दिया। विशेषज्ञों का मानना है कि रूस के साथ भारत के ऊर्जा और रक्षा संबंध अमेरिका के लिए चुनौती बन रहे हैं, जिससे टैरिफ विवाद और तेज हो रहा है।
50% टैरिफ: क्यों?
ट्रंप प्रशासन ने पहले ही 7 अगस्त से भारतीय उत्पादों पर 25% टैरिफ लागू किया है, और 27 अगस्त से यह बढ़ाकर 50% किया जाएगा। यह कदम मुख्यतः रूस से भारत के कच्चे तेल की खरीद पर प्रतिक्रिया माना जा रहा है। अमेरिका भारत के कृषि और डेयरी बाजारों तक पहुंच बढ़ाने के दबाव में है, लेकिन भारतीय अधिकारी इसे देश के छोटे किसानों के हित में खतरा मानते हैं।
मौजूदा स्थिति और भविष्य की योजना
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल-जुलाई 2025 में भारत से अमेरिका के निर्यात में 21.64% की वृद्धि हुई है। दोनों देश चाहते हैं कि 2030 तक बाइलेटरल ट्रेड 191 अरब डॉलर से बढ़ाकर 500 अरब डॉलर हो। हालांकि, वर्तमान विवाद इस लक्ष्य को चुनौती दे रहे हैं।