छत्तीसगढ़ के मंत्री रामविचार नेताम “राइजिंग एग्री समिट” में हुए शामिल, अमूल प्लांट से सीखे डेयरी प्रबंधन के गुर

रायपुर। छत्तीसगढ़ के पशुधन और मछली पालन मंत्री रामविचार नेताम ने गुजरात के अहमदाबाद में आयोजित “राइजिंग एग्री समिट” में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने आनंद जिले में स्थित प्रसिद्ध अमूल प्रोसेसिंग प्लांट का दौरा किया और वहां की आधुनिक डेयरी तकनीकों, प्रबंधन प्रणालियों और मूल्य संवर्धन प्रक्रियाओं को नजदीक से देखा।
समिट में देश-विदेश से आए कृषि विशेषज्ञों और नीति निर्माताओं के साथ मिलकर कृषि क्षेत्र की चुनौतियों और संभावनाओं पर गहराई से चर्चा की गई। नेताम ने बताया कि इस यात्रा से मिले अनुभवों को गुजरात मॉडल की तर्ज पर छत्तीसगढ़ की नीतियों में शामिल किया जाएगा, जिससे किसानों और पशुपालकों के लिए नए अवसर बन सकें।
उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार कृषि और पशुपालन को मजबूती देने के लिए निरंतर प्रयासरत है। छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य के साथ-साथ कृषि उन्नति योजना के जरिए किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त किया जा रहा है। वहीं, भूमिहीन मजदूर किसानों के लिए वार्षिक सहायता जैसी योजनाएं भी लागू की गई हैं।
नेताम ने जानकारी दी कि सरकार न सिर्फ किसानों बल्कि पशुपालकों और मत्स्य किसानों के सशक्तिकरण पर भी ध्यान दे रही है। खासकर बस्तर और सरगुजा क्षेत्रों में निवास करने वाले जनजातीय परिवारों को दुधारु गायें प्रदान की जा रही हैं, जिससे उनकी आमदनी बढ़ी है और जीवन स्तर में बदलाव आया है।
समिट के दौरान मंत्री नेताम ने डेयरी और पशुधन क्षेत्र के विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों, नीतियों और योजनाओं की भी विस्तार से जानकारी दी। उनके साथ पशुधन विकास विभाग के निदेशक चंद्रकांत वर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।


