नई शिक्षा नीति 2020 : भारत के भविष्य की रूपरेखा

रायपुर। पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर में आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 पर आधारित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों व शिक्षाविदों को NEP के उद्देश्यों, ढांचे और क्रियान्वयन प्रक्रिया की गहराई से जानकारी देना था।
कार्यशाला का आयोजन मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग सेंटर एवं NEP इम्प्लीमेंटेशन सेल ने किया।
मुख्य अतिथि, छत्तीसगढ़ के उच्च शिक्षा मंत्री श्री टंक राम वर्मा ने इसे भारत की शिक्षा प्रणाली में एक क्रांतिकारी बदलाव बताया। उन्होंने कहा:
“यह नीति केवल ज्ञान नहीं देती, यह जीवन को दिशा देती है – नैतिक, मानसिक, तकनीकी और आत्मनिर्भरता के साथ।”
मंत्री वर्मा ने बताया कि:
700 नए प्राध्यापक पदों की स्वीकृति दी गई है।
डिजिटल संसाधनों, ई-लर्निंग, पुस्तकालयों व प्रयोगशालाओं के विस्तार पर कार्य जारी है।
मातृभाषा, भारतीय ज्ञान परंपरा व सांस्कृतिक विविधता को पाठ्यक्रम में समाहित किया जा रहा है।
NEP 2020 के अंतर्गत:
विषयों की दीवारें टूटेंगी, छात्र विज्ञान, कला और वाणिज्य को एक साथ पढ़ सकेंगे।
शिक्षा होगी अधिक समावेशी, लचीली और विद्यार्थी-केंद्रित।
उच्च शिक्षा में भागीदारी दर को 50% तक पहुंचाने का लक्ष्य तय।
कार्यशाला में शिक्षकों को उनकी भूमिका, चुनौतियों और नई दृष्टिकोणों पर मार्गदर्शन दिया गया।
NEP को एक “जीवन परिवर्तनकारी दस्तावेज़” की संज्ञा देते हुए मंत्री ने कहा कि इसका प्रभाव आने वाली पीढ़ियों पर गहराई से पड़ेगा।




