राहुल गांधी का दावा: ‘वोट चोरी’ के खिलाफ अभियान बना जन आंदोलन, 24 घंटे में 15 लाख से ज्यादा समर्थन प्रमाणपत्र डाउनलोड

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को दावा किया कि ‘वोट चोरी’ के खिलाफ शुरू किया गया उनका अभियान अब एक बड़े जन आंदोलन का रूप ले चुका है। राहुल गांधी के मुताबिक, पोर्टल लॉन्च होने के बाद सिर्फ 24 घंटे में 15 लाख से अधिक समर्थन प्रमाणपत्र डाउनलोड हुए और 10 लाख से ज्यादा मिस कॉल प्राप्त हुईं।
X पर साझा की जानकारी
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट शेयर कर लिखा —
“ये आज के हिंदुस्तान के लोकतंत्र की सच्ची तस्वीर है। सच्चाई की दबी हुई आवाजें हमारे अभियान के जरिए बुलंद होकर सामने आ रही हैं।”
उन्होंने कहा कि वोट चोरी के खिलाफ यह अभियान देशभर में तेजी से फैल रहा है और लोगों से अपील की कि वे पोर्टल पर पंजीकरण करें या मिस्ड कॉल देकर अपना समर्थन जारी रखें।
लोकतंत्र की नींव पर हमला
राहुल गांधी ने एक वीडियो में कर्नाटक के एक निर्वाचन क्षेत्र के विश्लेषण का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि यह संविधान के खिलाफ अपराध है। उन्होंने कहा कि वोट लोकतंत्र की नींव है, जिस पर बीजेपी और निर्वाचन आयोग मिलकर हमला कर रहे हैं।
प्रमाणपत्र से समर्थन का सबूत
पोर्टल पर पंजीकरण करने वालों को एक प्रमाणपत्र जारी किया जाता है, जिसमें लिखा होता है कि वे ‘वोट चोरी’ के खिलाफ हैं और राहुल गांधी की डिजिटल मतदाता सूची की मांग का समर्थन करते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, महासचिव केसी वेणुगोपाल और कोषाध्यक्ष अजय माकन समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने भी यह प्रमाणपत्र डाउनलोड किया है।
राहुल गांधी ने दावा किया कि ‘वोट चोरी’ के खिलाफ उनका अभियान जन आंदोलन में बदल गया है। 24 घंटे में 15 लाख से ज्यादा समर्थन प्रमाणपत्र डाउनलोड और 10 लाख से अधिक मिस कॉल।