आजाद भारत की सेना में होगा अबतक का सबसे बड़ा बदलाव – बिपिन रावत

नई दिल्ली(Fourth Eye News) भारत देश की सेना में अबतक का सबसे बड़ा फेरबदल होने जा रहा है, अगले तीन साल में भारत थलसेना, वायुसेना और नौसेना के संचालन को एकीकृत करने वाले सैन्य कमानों का संचालन शुरू कर देगा. यह बात खुद देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने कही है.
बिपिन रावत ने कहा कि उनका लक्ष्य था कि सेना के तीनों अंगों को एक ऐसे सशस्त्र बल के रूप में विकसित करना, जिसमें उनकी क्षमताएं, साजो-सामान और सैनिक एकीकृत हों. इसका उद्देश्य है खर्च में कमी लाना, जनशक्ति को युक्तिसंगत बनाना औ यह सुनिश्चित करना कि सशस्त्र बल एकजुट इकाई के रूप में लड़ें.
सीडीएस ने कहा, ‘हमें लगता है कि वहां मौजूद सभी साजो-सामान को एक सेवा के तहत एकीकृत रहना चाहिए और नियंत्रण के मुद्दों का सरलीकरण किया जाना चाहिए.’ पाकिस्तान और चीन से लगती जमीनी सीमाओं को कवर करने वाली इन कमांड्स के अलावा भारत के पास नेवी के तहत एक प्रायद्वीपीय कमान भी होगी. साथ ही वायुसेना के तहत एक एयर डिफेंस कमान और अंतरिक्ष कमान भी होगी. हर थिएटर कमान में एक अभिन्न वायु सेना तत्व होगा और आवश्यकता की प्रकृति के आधार पर, अतिरिक्त विमान तैनात किए जा सकते हैं.
कमान की संख्या को फिलहाल अंतिम रूप नहीं दिया गया है, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ फिलहाल तैयार हो रहे प्रस्तावों को देख रहे हैं, जिससे अंतत: एक पश्चिमी थिएटर कमान, उत्तरी कमान जो लद्दाख से लेकर नेपाल की सीमा को कवर करेगा और जम्मू कश्मीर के लिए एक अलग थिएटर कमान का गठन हो सकेगा. एक पूर्वी थिएटर कमान संभवतः नेपाल के पूर्व में सीमावर्ती क्षेत्रों को कवर करेगी. इन थिएटर कमांड्स की संख्या, जो फिलहाल सेना के नेतृत्व में होगी, अभी भी तय नहीं की गई है.