‘घर वापसी’ होते ही झारखंड विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष चुने गए बाबूलाल मरांडी

झारखंड, (Fourth Eye News) बाबूलाल मरांडी को झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चुना गया है । उन्हें झारखंडे विधानसभा के सभी विधायकों ने सर्व सहमति से अपना नेता चुना, बाबूलाल मरांडे ने इसके लिए उन्होंने अपनी पार्टी को धन्यवाद कहा है। हाल ही में उन्होंने अपनी पार्टी का बीजेपी में विलय किया था।
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इसके बाद से ही कयास लाए जा रहे थे कि उन्हें कुछ अहम पद दिया जा सकता है। इसके लिए पार्टी ने ओम माथुर और मुरलीधर राव को पर्यवेक्षक बनाकर भेजा था।
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झारखंड नेता प्रतिपक्ष चुने जाने के बाद बाबूलाल मरांडी ने लिखा, ‘भारतीय जनता पार्टी, झारखंड प्रदेश का विधायक दल का नेता एवं नेता प्रतिपक्ष बनाने के लिए पार्टी को धन्यवाद। इस पद पर रहकर झारखंड प्रदेश के लिए अपने कर्तव्यों का पालन करूंगा और पार्टी को शशक्त एवं मजबूत बनाने के लिए कार्यरत रहूंगा। जय हिंद!’
बीते 17 फरवरी को बाबूला मरांडी की पार्टी झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) का बीजेपी में विलय हुआ था। बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में झाविमो के प्रमुख बाबूलाल मरांडी भाजपा में शामिल हुए।
झारखंड के पहले मुख्यमंत्री हैं बाबूलाल मरांडी
बाबूलाल मरांडी झारंखड के पहले मुख्यमंत्री हैं। लगभग 14 साल बाद बीजेपी में उनकी वापसी हुई। बाबूलाल की घर वापसी के बाद झारखंड में बीजेपी की सियासत में आमूल-चूल बदलाव होने के संकेत मिल रहे थे। राज्य में एक अदद आदिवासी चेहरे की तलाश कर रही बीजेपी को बाबूलाल मरांडी के रूप में पुन: ऐसा नेता मिल गया है, जिसकी जड़ें संघ से जुड़ी हैं। मरांडी झारखंड की राजनीति का जाना-माना नाम है। पार्टी ने इन्हीं कारणों से उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाया है।