क्या मोदी ने छग में भी किया था 15 लाख देने का वादा ?
चुनावी वादा या सिर्फ जुमले का इरादा ?

नमस्कार दोस्तों, फोर्थ आई न्यूज़ में आप सभी का एक बार फिर से स्वागत है। दोस्तों आज हम आपको एक ऐसा किस्सा बताने जा रहे हैं जिसकी चर्चा तो हमारे छत्तीसगढ़ की ज़मीन पर हुई थी मगर देखते ही देखते यह पूरे देश में फ़ैल गई और आज भी कभी कभार यह चर्चा हो उठती है। बात है 7 नवंबर साल 2013 की उस समय वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव 2013 की वोटिंग की उलटी गिनती शुरू हो चुकी थी उसी दौरान मोदी छत्तीसगढ़ के कांकेर ज़िले पहुंचे थे।
आपको बता दें कि उस समय तक बीजेपी नरेंद्र मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित कर चुकी थी। बीजेपी की तरफ से मोदी तो वहीं कांग्रेस की तरफ से सोनिया गाँधी भी छत्तीसगढ़ में ही थी। उनका कार्यक्रम कोंडागांव में था, आपको यह भी याद दिला दें कि उस समय केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थे।
7 नवंबर साल 2013 को जब मोदी कांकेर में जबसभा को सम्बोधित करने पहुंचे तब सोनिया गांधी कोंडागांव में अपना भाषण खत्म कर चुकी थीं. इसलिए मोदी के कांग्रेस का विरोध कुछ और तीखा हो गया. मोदी ने 2जी और कोयला घोटाले के बहाने सोनिया गांधी पर पलटवार किया. उनके शब्द थे, ‘आज मैडम भी छत्तीसगढ़ में हैं. वह बोलीं, कि हमारी पार्टी कुछ बोलती नहीं है करके दिखाती है. कोयला घोटाला, बोला था क्या? 2जी का बोला था क्या? मैडम आप बिना बोले सब कुछ कर देते हो. अच्छे-अच्छों का कर देते हो.’
मोदी ने कहा कि 100 दिन में महंगाई घटाने का वादा कांग्रेस ने पूरा नहीं किया. सोनिया गांधी को मैडम कहते हुए मोदी ने तंज कसा और कहा कि मैडम ये देश बहुत समझदार है. पहले तो हमारे पुरखे आपके सारे झूठ को मान लेते थे. लेकिन अब देश का नौजवान जाग गया है. आपके खोखले वाले, झूठा प्रचार यह देश स्वीकार करने वाला नहीं है. मेहरबानी करके छत्तीसगढ़ के मतदाताओं की आंखों में धूल झोंकना बंद करो.फिर इसके बाद मोदी ने कुछ ऐसा कह दिया जो लाइम लाइट में आ गया, मोदी ने कहा कि ये जो चोर-लुटेरों के पैसे विदेशी बैंकों में जमा हैना उतने भी रुपए हम ले आए न तो हिन्दुस्तान के एक एक गरीब आदमी को 15-20 लाख रुपए तो यूँ ही मिल जाएं। लोगों ने यह समझा कि मोदी कह रहे हैं कि जब वो प्रधानमंत्री बनेंगे तब विदेशी बैंकों में जमे काले धन को वापस भारत लेकर आएंगे और हर गरीब आदमी को उसमे से 15 लाख रुपए देंगे।
इसके बाद जब देश में लोकसभा चुनाव हुए तब बीजेपी से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने। फिर 15 लाख की चर्चा और तेज़ हो गई, एक प्रतिष्ठित न्यूज़ चैनल ने तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का इंटरव्यू किया, विषय था केंद्र की नवनिर्वाचित मोदी सरकार के वादे अब कब तक पूरे होंगे, उसमे पत्रकार ने अमित शाह से इसी 15 लाख रुपए वाले पीएम के बयान पर सवाल किया तब अमित शाह ने कहा कि देखिए यह सिर्फ एक जुमला है यानी भाषण देने का तरीका और बात खत्म कर दी।
मगर दोस्तों आपको क्या लगता है कि क्या वाकई यह 15 लाख रुपए देने वाली बात एक जुमला थी, या फिर किया गया ऐसा वादा जो आज तक पूरा नहीं हुआ ? क्या आप मानते हैं कि केंद्र की मोदी सरकार ने जो वादे किए किए थे उन्हें पूरा किया है ? या फिर मोदी सरकार ने वादे कम और जुमले ज़्यादा दिए हैं ?