मेलबर्न : व्यापार संबंधों को मजबूत करने के लिए आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री चीन जाएंगे

मेलबर्न : आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मेलकम टर्नबुल चीन के साथ व्यापारिक संबंधों को सुधारने के लिए इस वर्ष चीन की यात्रा करेंगें और दोनों देशों के बीच व्यापारिक क्षेत्र में आई कड़वाहट को दूूर करने की दिश में पहल कर सकते हैं। सरकारी संवाद समिति फैयरफैक्स मीडिया ने यह जानकारी दी है। गौरतलब है कि हाल ही के दिनों में दोनों देशों के व्यापारिक संबंध काफी कटु हो गए हैं। इसका कारण टर्नबुल की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार द्वारा पारित वह विधेयक है जिसमेंं आस्ट्रेलिया में विदेशी हस्तक्षेप को सीमित करने का प्रावधान है। इसमें राजनीतिक चंदे पर भी रोक लगाने की बात कही गई है और इसे लेकर चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया करते हुए कहा है कि यह चीन के हितों के विरोध में है।
आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मेलकम टर्नबुल इस वर्ष चीन की यात्रा करेंगें
इस घटनाक्रम के बाद कईं आस्ट्रेलियाई कंपनियों ने शिकायती लहजे में कहा है कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध खराब होने से कंपनियों के हितों को काफी नुकसान हो रहा है और उनके सामान को चीनी हवाई अड्डों पर अतिरिक्त कस्टम शुल्क तथा अनावश्यक जांच का सामना करना पड़ रहा है।आस्ट्रेलिया की प्रमुख वाइन निर्माता कंपनी ट्रेजरी वाइन एस्टेेट लिमिटेड’ का कहना है कि चीनी हवाई अड्डों और बंदरगाहों पर उसके उत्पादों को क्लीयरेंस में अनावश्यक रूप से देरी का सामना करना पड़ रहा है जिससे कारोबार प्रभावित हो रहा है।
चीनी हवाई अड्डों पर अतिरिक्त कस्टम शुल्क तथा अनावश्यक जांच का सामना करना पड़ रहा है
चीन में कारोबार कर रहे कईं उद्योगपतियों का कहना है कि उनके उत्पादों पर चीनी अधिकारियों का रूख काफी अचरज भरा रहता है और जांच के नाम पर इन्हें जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है। शंघाई यात्रा पर आए आस्ट्रेलियाई व्यापार मंत्री स्टीवन कियोबो ने कल एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों को सुधारने का सीमित दायराहै।
शंघाई यात्रा पर आए आस्ट्रेलियाई व्यापार मंत्री स्टीवन कियोबो
उन्होंने कहा, समय समय पर खीज पैदा करने वाली घटनाएं होती रहती हैं और आप जानते है कि वे क्या हैं, हर संबंध में इस तरह की चिढ़ पैदा करने वाली चीजें होती हैं और यह वैश्विक स्तर पर भी देखने को मिल रहा है। इसी वजह से इसमें कोई खास बात नहीं है और हमने इस मसले पर बातचीत की है ताकि दोनों देशों के आपसी संबंधों को सकारात्मक तरीके से सुलझाया जा सके। इसी घटनाक्रम में आस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री जुली बिशप और उनके समकक्ष की अगले हफ्ते एक बैठक होने वाली है।