कांकेर में ‘मावा मोदोल’ कोचिंग संस्थान का शुभारंभ, युवाओं को मिलेगा निःशुल्क मार्गदर्शन

रायपुर। सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता — यही संदेश दिया वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने, जब कांकेर शहर की सेंट्रल लाइब्रेरी परिसर में ‘मावा मोदोल’ निःशुल्क कोचिंग संस्थान की शुरुआत की गई। उन्होंने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं को पूरे मनोयोग और अनुशासन के साथ अपने लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहिए।
उद्घाटन कार्यक्रम में उन्होंने सेंट्रल लाइब्रेरी को नालंदा परिसर की तर्ज पर विकसित करने का आश्वासन भी दिया।
छात्र-छात्राओं से संवाद के दौरान ओपी चौधरी ने अपने प्रशासनिक और सार्वजनिक जीवन के अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि बड़ी परीक्षाओं में वही लोग सफल होते हैं, जो कठिन हालातों में भी निरंतर प्रयास करते हैं। संवाद के दौरान प्रतियोगियों गुलशन जैन, स्नेहा सिन्हा और कुलेश्वर नंदीश्वर के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने यह भी कहा कि संघ लोक सेवा आयोग जैसी परीक्षाओं के साथ अन्य करियर विकल्पों को भी खुला रखना चाहिए।
उनका मानना है कि मेहनत और सही दिशा में किया गया प्रयास ही सफलता की असली कुंजी है। कांकेर में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, जरूरत है तो सिर्फ सही मार्गदर्शन और संसाधनों की।
कार्यक्रम में उन्होंने सेंट्रल लाइब्रेरी का निरीक्षण किया और जिला प्रशासन द्वारा प्रकाशित पुस्तकों का विमोचन किया। इस अवसर पर विधायक आशाराम नेताम, विक्रमदेव उसेंडी, जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
‘मावा मोदोल’ की पहल:
यह संस्थान कांकेर जिला प्रशासन की खास पहल है, जो युवाओं को निःशुल्क कोचिंग और करियर गाइडेंस उपलब्ध कराता है। पहले चरण में भानुप्रतापपुर में हाईटेक कोचिंग, ई-क्लास और ई-लाइब्रेरी की शुरुआत हुई थी। अब दूसरे चरण में कांकेर शहर की पुरानी कचहरी चौक स्थित सेंट्रल लाइब्रेरी में इसका विस्तार किया गया है।
यहां छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग, रेलवे, व्यापम, शिक्षक, वन, पुलिस, आबकारी जैसी परीक्षाओं के लिए मार्गदर्शन, पर्सनैलिटी डेवलपमेंट, साक्षात्कार, समूह चर्चा आदि की सुविधाएं मिलेंगी। परिसर में डिस्कशन रूम, ई-क्लास और अध्ययन सामग्री की भी उचित व्यवस्था की गई है।