
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सोमवार की सुबह एक ऐसा मंजर सामने आया जिसने मेरठ की बहुचर्चित ‘सूटकेस मर्डर’ की यादें ताज़ा कर दीं। शहर के शांत कहे जाने वाले इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में एक लावारिस ट्रंक से जब दुर्गंध उठी, तो किसी ने भी यह नहीं सोचा था कि उसमें एक युवक की निर्मम हत्या की दास्तां दफन होगी — और वो भी सीमेंट के मोटे प्लास्टर में लिपटी हुई।
कत्ल, प्लानिंग और पलायन:
हत्या की गुत्थी सुलझी तो पीछे से निकला एक बेहद चौंकाने वाला नाम — रिटायर्ड एएसआई का बेटा अंकित उपाध्याय, जो खुद पेशे से वकील है, और उसकी पत्नी शिवानी शर्मा। दोनों ने मिलकर युवक किशोर पैंकरा की गला रेत कर हत्या की, फिर शव को सूटकेस में भरकर सीमेंट का लेप चढ़ा दिया। मकसद साफ था — दुर्गंध को दबाकर कत्ल को छिपाना।
कैसे खुला राज़?
जब कॉलोनी में रहने वालों ने झाड़ियों के पास अजीब सी गंध महसूस की, तो एक ट्रंक ने सबका ध्यान खींचा। पुलिस मौके पर पहुंची, ट्रंक खोला गया, और अंदर से सूटकेस निकला — जिसमें एक सड़ी हुई लाश, और सूटकेस पर सीमेंट का लेप। शव फूलकर सूटकेस का किनारा फाड़ चुका था।
CCTV ने खोले सारे पत्ते:
तफ्तीश में सामने आया कि वारदात के बाद अंकित और शिवानी, लाश को एक पुरानी अल्टो कार में रखकर सुबह 9.30 बजे कॉलोनी पहुंचे थे। कार की नंबर प्लेट छेड़ी गई थी — सामने CG 04 B-7700 (जो कि असल में एक सेंट्रो की थी) और पीछे की प्लेट टूटी हुई थी। साथ ही एक स्कूटी पर सवार युवती और एक ईवी सवार भी संदिग्ध रूप से नजर आए।
दिल्ली भाग निकले थे कातिल:
वारदात के बाद दोनों पति-पत्नी सीधे रायपुर एयरपोर्ट पहुंचे और दिल्ली के लिए उड़ान भर दी। मगर भागते वक्त वो CCTV में पूरी तरह कैद हो चुके थे। दिल्ली में पुलिस ने दोनों को धरदबोचा। जांच में यह भी साफ हुआ कि लाश को ठिकाने लगाने के लिए न सिर्फ गाड़ी की नंबर प्लेट बदली गई, बल्कि उसे एक सुनसान जगह तक ले जाकर फेंका गया — ताकि जल्द कोई उस तक न पहुंच सके।
सीमेंट क्यों?
फोरेंसिक एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सीमेंट का मोटा प्लास्टर लाश की दुर्गंध रोकने में मदद करता है, खासतौर पर जब शव सड़ने लगे। यह एक सोची-समझी योजना थी — कत्ल, लाश की पैकिंग, छिपाव और फरारी — हर कदम योजना के तहत।
क्या है मर्डर की वजह?
पुलिस इस बिंदु की भी जांच कर रही है कि किशोर पैंकरा की हत्या क्यों की गई — क्या मामला निजी रंजिश का था? आर्थिक लेन-देन? या फिर कोई और गहरा राज़?