बीजेपी में नए अध्यक्ष की उल्टी गिनती शुरू! दिल्ली में हाई लेवल मीटिंग से बदल सकता है सारा समीकरण

बीजेपी में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर सस्पेंस अपने चरम पर पहुंच गया है। बिहार चुनाव के नतीजों के बाद पार्टी के भीतर संगठनात्मक हलचल और तेज हो चुकी है। सूत्र बता रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को दिल्ली लौटकर शीर्ष नेताओं के साथ एक अहम बैठक कर सकते हैं, जिसमें नए अध्यक्ष के नाम पर निर्णायक चर्चा संभव है।
इस मीटिंग में संगठनात्मक फेरबदल, राज्यों में लंबित चुनाव, और अध्यक्ष पद के दावेदारों पर गहन मंथन होने की उम्मीद है।
जेपी नड्डा का कार्यकाल तो पिछले साल ही पूरा हो गया था, मगर लोकसभा चुनावों को देखते हुए उन्हें एक्सटेंशन दिया गया था। अब 29 राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे होने के बाद बीजेपी के अंदर यह चर्चा और गर्म हो गई है कि नए अध्यक्ष की घोषणा जल्द हो सकती है। केवल यूपी और कर्नाटक में प्रक्रिया अधूरी है, इसलिए अंतिम फैसला इन्हीं राज्यों के चुनाव के बाद तय होता दिख रहा है।
कब होगा बड़ा फैसला?
पार्टी के भीतर माना जा रहा है कि जनवरी 2026 तक नए अध्यक्ष के नाम पर मुहर लग जाएगी। 14 जनवरी के बाद खरमास समाप्त होने के साथ ही संगठन नए काम की शुरुआत को शुभ मानता है। उधर, बिहार में नई राजनीतिक उठापटक के बाद नए प्रदेश अध्यक्ष पर भी खोज जारी है और संगठन मजबूत करने की तैयारी तेज है।
कौन सबसे आगे?
अध्यक्ष पद की रेस में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सबसे बड़े दावेदार बताये जा रहे हैं। संघ और संगठन में उनकी पकड़ उन्हें आगे रखती है। उनके अलावा भूपेंद्र यादव का नाम भी जोर पकड़ रहा है—ओबीसी समुदाय से आने और मजबूत संगठनात्मक छवि की वजह से। शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर और केशव प्रसाद मौर्य भी विकल्प के तौर पर सामने हैं।
कैबिनेट मीटिंग का राजनीतिक संकेत
बुधवार को संसद परिसर में हुई कैबिनेट बैठक में बिहार जीत के बाद पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत हुआ। पीएम ने NDA को मजबूत और स्थिर गठबंधन बताते हुए भरोसा जताया कि चुनाव बाद भी यह मजबूती से कायम रहेगा।
जेपी नड्डा ने भी बिहार चुनाव में योगदान देने वाले नेताओं के सम्मान में रात्रिभोज रखा। अब नज़रें रविवार की बैठक पर टिकी हैं, जो बीजेपी के संगठनात्मक ढांचे में बड़ा बदलाव ला सकती है।




