सिनेमा का ही-मैन हुआ अमर: धर्मेंद्र के जाने से बॉलीवुड का सुनहरा दौर हुआ शांत

हिंदी सिनेमा के महानायक और ‘ही-मैन’ के नाम से पहचाने जाने वाले धर्मेंद्र अब इतिहास बन चुके हैं।
24 नवंबर 2025 की सुबह 89 वर्ष की आयु में उनका निधन हुआ, और इसी के साथ भारतीय फिल्म जगत की एक चमकती रोशनी हमेशा के लिए बुझ गई।
उनके जाने की खबर ने केवल देओल परिवार ही नहीं, बल्कि पूरी फिल्म इंडस्ट्री और देशभर के प्रशंसकों को गहरे शोक में डाल दिया। धर्मेंद्र सिर्फ एक अभिनेता नहीं थे—वे एक युग थे, जो अपने साथ पूरे दौर की परछाईं लेकर चले गए।
लंबे समय से चल रही थी तबीयत में गिरावट
बीते कुछ वर्षों से धर्मेंद्र की सेहत लगातार जूझ रही थी। उम्र बढ़ने के साथ सांस लेने में दिक्कत उन्हें परेशान कर रही थी।
31 अक्टूबर 2025 को सांस फूलने की समस्या बढ़ने पर उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उनके लंग्स और हार्ट में जटिलताओं की पुष्टि की।
कुछ दिन वेंटिलेटर सपोर्ट पर रहने के बाद परिवार ने उन्हें घर ले जाने का फैसला किया, ताकि वह अपने प्रियजनों के बीच रह सकें। घर पर ही ICU जैसा सेटअप बनाया गया था, लेकिन उनकी हालत लगातार बिगड़ती चली गई।
हार्ट और लंग्स की जटिलताओं ने ली जान
रिपोर्ट्स के अनुसार 89 वर्ष की उम्र में उनका दिल और फेफड़े पहले जैसे मजबूत नहीं रहे थे।
थोड़ी-सी थकान, मौसम बदलने या ऑक्सीजन की कमी पर भी उनकी सांस अनियंत्रित हो जाती थी।
24 नवंबर की सुबह उनके जीवन की अंतिम सांस भी इसी लड़ाई में हार गई।
परिवार ने शांत तरीके से किया अंतिम संस्कार
उसी दिन दोपहर को देओल परिवार ने बिना भीड़-भाड़ और शोर-शराबे के, बेहद साधारण और सम्मानजनक तरीके से उनका अंतिम संस्कार किया।
बड़े बेटे सनी देओल ने पिता को मुखाग्नि दी।
कुछ ही घंटों में सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलियों की बाढ़ आ गई—हर कोई ‘धरम पा जी’ की किसी न किसी याद को साझा कर रहा था।
27 नवंबर की प्रेयर मीट—पूरा बॉलीवुड हुआ भावुक
मुंबई में आयोजित प्रेयर मीट में शाहरुख खान, सलमान खान, ऐश्वर्या राय, रेखा, अभिषेक बच्चन, राजकुमार राव, जूही चावला समेत लगभग पूरा बॉलीवुड उन्हें अंतिम सम्मान देने पहुंचा।
हर आंख नम थी और हर दिल यही कह रहा था—
“ऐसा बड़ा दिल, ऐसा विनम्र इंसान शायद दुबारा न मिले।”
हेमा मालिनी की दिल छू लेने वाली पोस्ट
प्रेयर मीट के अगले दिन हेमा मालिनी ने धर्मेंद्र संग अपनी कई अनदेखी तस्वीरें साझा करते हुए लिखा—
“धरम जी मेरे लिए सिर्फ पति नहीं थे… मेरे दोस्त, मेरे मार्गदर्शक और मेरी ताकत थे। उनका जाना मेरे जीवन में एक ऐसा खालीपन ला गया है, जिसे कभी नहीं भरा जा सकता।”
उनकी यह पोस्ट लाखों लोगों को भावुक कर गई।
एक करियर, जो छह दशक तक चमका
300 से ज्यादा फिल्मों में काम करके धर्मेंद्र ने हर शैली—एक्शन, रोमांस, कॉमेडी और ड्रामा—में खुद को साबित किया।
उनकी सादगी, मुस्कान और विशाल दिल ने उन्हें सिर्फ सुपरस्टार नहीं बल्कि लोगों के दिलों का धड़कन बनाया।
उनके जाने से बॉलीवुड में जो खालीपन पैदा हुआ है, उसे भरना शायद कभी संभव नहीं होगा।
लेकिन उनकी फिल्में—शोले, सीता और गीता, धरम-वीर, चुपके चुपके और कई सदाबहार किरदार—हमेशा उन्हें जिंदा रखेंगे।




