भूपेश बघेल की हार का ये है सबसे बड़ा कारण
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव सीट पर सीएम भूपेश बघेल चुनाव हार गए हैं. सूबे की हॉट सीट मानी जाने वाली इस सीट से भूपेश बघेल के सामने बीजेपी के संतोष पांडे थे. यही वजह थी कि राजनांदगांव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच टक्कर देखने को मिल रही थी. शुरुआती रुझानों में ही पूर्व सीएम लगातार पिछड़ रहे थे.राजनांदगांव सीट से बीजेपी उम्मीदवार संतोष पांडे ने भूपेश बघेल को 44,411 वोट से हरा दिया है. संतोष पांडे को कुल 712057 वोट मिले हैं. भूपेश बघेल को 667646 वोट मिले हैं. इस सीट से भूपेश बघेल की हार कांग्रेस के लिए किसी दोहरे झटके से कम नहीं है. इससे पहले बघेल विधानसभा चुनाव हारे थे.इस लोकसभा सीट के अंतर्गत 8 विधानसभा है जिसमें डोंगरगढ़, खैरागढ़, खुज्जी, कवर्धा, पंडरिया, मोहला मानपुर, डोंगरगांव और राजनांदगांव सीटें शामिल हैं. लोकसभा चुनाव के दौरान राजनांदगांव सीट पर कुल 15 प्रत्याशी मैदान में थे. यहां पर मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस पार्टी के बीच ही था. बीजेपी ने संतोष पांडे को मैदान में उतारा था.इससे पहले, भूपेश बघेल ने चुनाव नतीजे घोषित होने से पहले गंभीर आरोप लगाए थे. उनका दावा था कि राजनांदगांव में EVM मशीनों को बदला गया है. उन्होंने चुनाव आयोग के आंकड़ों के हवाले से ही मशीनों के बदले जाने का दावा किया है.
छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव लोकसभा सीट हॉट सीट मानी जाती है. 2024 लोकसभा चुनाव से पहले यहां हुए 17 लोकसभा चुनाव और उपचुनाव समेत में कांग्रेस पार्टी ने 9 बार तो वहीं बीजेपी ने 7 बार और जनता पार्टी ने एक बार जीत दर्ज की है. राजनांदगांव लोकसभा सीट कभी राज परिवार के प्रभाव और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के गढ़ के लिए जानी जाती थी. इस सीट से कांग्रेस के सीनियर लीडर मोतीलाल वोरा ने भी जीत दर्ज की थी. साथ ही यहां से 36गढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और उनके बेटे अभिषेक सिंह संसद पहुंचे थे.