ढाई माह की गर्भवति मीडियाकर्मी की मौत, कहर बनकर टूट रहा है कोरोना….
छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस का विकराल रूप देखने को मिल रहा है,
कोरोना वायरस पिछली बार के मुकाबले इस साल बेहद खौफनाक रूप धारण किया हुआ है । क्या अमीर, क्या गरीब, हर वर्ग, हर उम्र के लोग असमय ही काल के गाल समा रहे हैं । ऐसी ही एक मीडियाकर्मी थीं, शिल्पप्रभा, जिन्हें कोरोना ने अपनी चपेट में ले लिया और लंबे संघर्ष के बाद आखिरकार उन्होने दम तोड़ दिया ।
दरअसल छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस का विकराल रूप देखने को मिल रहा है, यहां वैंटिलेटर तो छोड़िये अस्पताल में बैड तक खाली नहीं हैं, जहां मरीजों को ऑक्सीजन दी जा सके । इसकी वजह से लोग दम तोड़ रहे हैं । इन्हीं में से एक हैं शिल्पप्रभा । जो रायपुर से संचालित आईबीसी24 में काम कर रहीं थीं । वे इस न्यूज चैनल में अपने करियर की शुरूआत से ही जुड़ी थीं । वे ग्राफिक्स डिपार्टमेंट में थीं । कोरोना वायरस से मौतों के न जाने कितने क्रोमा सेट उन्होने डिजाइन किये होंगे। न जाने कितनी बार मौतों के आंकड़ों को को अपने ग्राफिक्स के हुनर से आपको समझाने की कोशिश की होगी । लेकिन तब उन्हें यह पता नहीं होगा कि इन आंकड़ों में एक दिन वे खुद तब्दील हो जाएंगी ।
आईबीसी24 में कई लोगों की तरह शिल्पप्रभा पिछले दिनों कोविड पॉजिटिव हो गईं थी । हालांकि पिछले साल भी कई लोग यहां कोरोना पॉजिटिव हुए थे, लेकिन कोई अनहोनी नहीं हुई । शायद इसलिये किसी ने इसे ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया । लेकिन ये कोरोना कातिल था । और शिल्पप्रभा जब इसकी चपेट में आईं तो उन्होने नहीं सोचा होगा कि ये कोरोना उनका काल बनकर आया है । कई दिनों तक वे अस्पताल के आईसीयू में भर्ती रहीं, लेकिन अब तक छत्तीसगढ़ में चिकित्सा व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी हैं । लिहाजा शिल्पप्रभा को भी उचित इलाज मुहैया नहीं हो पाया और उन्होने दम तोड़ दिया । दिल को दहला देने वाला पहलु ये है कि वे करीब ढाई महीने की गर्भवती थीं । उनकी शादी को भी अभी ज्यादा वक्त नहीं हुआ था । उनके इस दुखद निधन से ने हर किसी को स्तब्ध कर दिया है । क्योंकि उनके निधन से ये जरूर पता चलता है, इस वायरस की न जात है, न धर्म है, न ही इसके अंदर दया है । और ये वायरस बेरहमी से हर किसी को अपना निशाना बनाता जा रहा है ।
फोर्थ आई न्यूज, अपनी ओर से शिल्पप्रभा जैसे मीडियाकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है । और कामना करता है कि भगवान देश को इस मुसीबत की घड़ी से जल्द से जल्द बाहर निकाले ।