केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम ने बिलासपुर और महासमुंद जिले में किया निरीक्षण, टीबी उन्मूलन कार्यक्रम को सराहा

रायपुर। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम ने बिलासपुर और महासमुंद जिले में टीबी उन्मूलन के लिए किए जा रहे कार्यों का निरीक्षण किया। इस दिशा में उठाए जा रहे कदमों की सराहना की है। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत ज्वाइंट सर्पोटिव सुपरविजन मिशन के 12 सदस्यों ने 25 अक्टूबर से 28 अक्टूबर तक दोनों जिलों का दौरा कर वहां टीबी नियंत्रण एवं उन्मूलन के लिए उठाए जा रहे कदमों, जांच और इलाज की व्यवस्था का निरीक्षण किया। उन्होंने जरूरी दवाइयों की उपलब्धता की भी जानकारी ली।

भारत सरकार के दल ने दोनों जिलों में आईएमए और ड्रग एंड केमिस्ट एशोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर क्षय उन्मूलन कार्यक्रम में उनकी भूमिका व सहयोग पर भी चर्चा की। ज्वाइंट सर्पोटिव सुपरविजन मिशन के सदस्यों ने दौरे के बाद राज्य शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला को रिपोर्ट सौंपी। उन्होंने राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के और भी ज्यादा प्रभावी क्रियान्वयन के लिए अपने सुझावों से भी अवगत कराया।
सीटीडी के संयुक्त निदेशक डॉ. निशांत कुमार के नेतृत्व में केन्द्र सरकार के दल ने बिलासपुर जिले का और भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डॉ. कृष्णमूर्ति काम्बले की अगुवाई में महासमुंद जिले का दौरा किया। टीम ने दोनों जिलों में शासकीय अस्पतालों एवं निजी संस्थाओं की ओर से टीबी के मरीजों के नोटिफिकेशन, डॉट्स देने, टीबी मरीजों की एचआईवी जांच करवाने जैसे कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने इन क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यों पर संतुष्टि जताते हुए इनके क्रियान्वयन में लगे फार्मासिस्ट एसोसिएशन की सराहना की। टीम ने इस तरह की व्यवस्था एवं सुविधाएं प्रदेश के सभी जिलों में मुहैया कराने के निर्देश दिए। केन्द्रीय दल के साथ बिलासपुर व महासमुंद में बैठक में राज्य क्षय अधिकारी डॉ. वायके शर्मा व उनकी टीम, आईएमए के डॉ. रामकृष्ण कश्यप, डॉ. अखिलेश देवरथ, ड्रग इंस्पेक्टर सोनम जैन और ड्रग एंड केमिस्ट एशोसिएशन के प्रतिनिधि कपिल हरिरमानी, शेखर मुदलियार, हीरानंद जयसिंह, प्रभात साहू और मुर्तजा वानक शामिल हुए।