दवाइयों की गुणवत्ता और समय पर आपूर्ति के लिए जीपीएस से लैस होंगे वाहन, सीजीएमएससी ने की पहल

रायपुर। राज्य में दवाइयों की सुरक्षित और समयबद्ध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अब जीपीएस युक्त वाहनों की मदद ली जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन (सीजीएमएससी) ने इस दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए लगभग 70 सप्लाई वाहनों को अत्याधुनिक जीपीएस तकनीक से लैस कर दिया है।
इन वाहनों की खासियत यह है कि ये खराब नेटवर्क वाले क्षेत्रों में भी लोकेशन और रूट का रिकॉर्ड बनाए रखते हैं, जो बाद में सिस्टम में अपडेट हो जाता है। इससे ट्रैकिंग में पारदर्शिता बनी रहती है और देरी या गड़बड़ी की संभावना न के बराबर रह जाती है।
नया रायपुर के सेक्टर-27 स्थित सीजीएमएससी कार्यालय में इन वाहनों की कार्यप्रणाली का अवलोकन किया गया। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने वाहन प्रणाली, दवाइयों के सुरक्षित स्टोरेज, वातानुकूलित सुविधा और ड्राइवरों की कार्यशैली का निरीक्षण किया। मंत्री ने वेबसाइट के माध्यम से वाहनों की रियल-टाइम लोकेशन की भी जानकारी ली।
दवाइयों की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए यह सप्लाई चैन पूरी तरह से वातानुकूलित है। इन वाहनों से हर साल लगभग 1000 प्रकार की दवाएं, 600 प्रकार के कंज्यूमेबल सामान और रीजेंट्स पूरे राज्य में भेजे जाते हैं। तापमान-संवेदनशील दवाइयों के लिए विशेष स्टोरेज की व्यवस्था की गई है ताकि दवाओं की गुणवत्ता बनी रहे।
आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं, वैक्सीनेशन अभियानों और महामारी जैसी स्थितियों में ये वाहन त्वरित और विश्वसनीय सेवा देने में भी कारगर साबित हो रहे हैं।
पारदर्शिता को और मजबूत करते हुए इन वाहनों को सीजीएमएससी के वेबपोर्टल से भी जोड़ा गया है, जिससे किसी भी समय इनकी स्थिति की जानकारी ली जा सकती है।
इस मौके पर सीजीएमएससी की प्रबंध संचालक पद्मिनी भोई ने राज्यभर में 16 और वेयरहाउस स्थापित करने का प्रस्ताव भी रखा, जिस पर सकारात्मक विचार का आश्वासन दिया गया है।