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विधानसभा रायपुर: मीठा बोल कर अपना कद बढ़ाएं- जोगी

रायपुर ,(Fourth Eye News) आज विधानसभा के प्रश्नकाल में नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया और प्रतिपक्ष भाजपा के बीच उत्पन्न हुए गतिरोध को दूर करने में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । उन्होंने अपने आप को सदन में सबसे बड़ा सियान बताते हुए सभी सदस्यों के बीच मंत्री शिव कुमार डहरिया को समझाया कि वह सदन में दो मीठे बोल बोलकर प्रतिपक्ष के साथ पुन: संवाद प्रारंभ करें ताकि सदन की कार्यवाही सामान्य रूप से चले ।

प्रश्नकाल में विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने दूसरे प्रश्न में भाजपा विधायक अजय चंद्राकर का नाम पुकारा । अपने स्थान पर खड़े होकर विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि वह आसन्दी और सदन की परंपराओं का सम्मान करते हैं किंतु वह अपनी पार्टी में सर्वसम्मति से हुए निर्णय के आधार पर मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया से प्रश्र नहीं करेंंगे । इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने कहा कि विधानसभा की प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाना चाहिए उन्होंने कहा कि विधानसभा में सदस्यों द्वारा सरकार से प्रश्न पूछा जाता है और इसके जवाब के लिए मंत्रियों को जिम्मेदारी दी जाती है अत: सदस्यों को मंत्रियों से जवाब लेना चाहिए । आसंदी की इस व्यवस्था पर विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि वे अध्यक्ष द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करते हैं और उन्हें आसंदी के हर निर्देश और व्यवस्था से सहमति है ।  चंद्राकर में कहा कि लेकिन वे अपने दल के निर्णय से भी बंधे हुए हैं अत: आसंदी उन्हें जो भी सजा दे उन्हें मंजूर है लेकिन वह मंत्री से प्रश्र नहीं करेंगे।

इस मामले में संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि लोकतंत्र में मर्यादा और सीमाएं है। उन्होंने कहा कि सदन को चलाना सत्ता और प्रतिपक्ष दोनों की सामूहिक जिम्मेदारी है । उन्होंने कहा कि जनता का विकास , प्रदेश का विकास आप भी चाहते हैं हम भी चाहते हैं । उन्होंने अजय चंद्राकर और अन्य विधायकों को कहा कि आप सभी सदन के वरिष्ठ सदस्य हैं हम सब को सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने में अपना सहयोग बनाए रखना चाहिए। चर्चा में हुई किसी बात को लेकर किसी भी तरह का मतभेद नहीं होना चाहिए ।

जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के सदस्य व पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने इस मामले में छत्तीसगढ़ी भाषा में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि वह अपने आप को सदन में सबसे बड़ा सियान मानते हैं और इसी अधिकार के तहत मंत्री शिव कुमार डहरिया से आग्रह करते हैं कि वह मीठी बात बोल कर गतिरोध खत्म कर दें । उन्होंने तुलसीदास रचित दोहे का उदाहरण देते हुए कहा कि मीठे वचनों से सारी परेशानियां दूर हो जाती है । उन्होंने यह भी कहा कि वह श्री डहरिया को तब से जानते हैं जब वे हॉस्टल में पढ़ते थे।

इस पर मंत्री शिव कुमार डहरिया अपनी बातें कहीं कि वे प्रतिपक्ष के सभी सदस्यों का सम्मान करते हैं । उन्होंने कहा कि अजीत जोगी जब कलेक्टर थे तब वह हॉस्टल में रहते थे और उन्होंने अपनी राजनीति की शुरूआत में उनका घेराव भी किया था । अपनी बात कहते हुए मंत्री शिव कुमार डहरिया ने कहा कि सदन में चर्चा के दौरान नोकझोंक होती रहती है इसे किसी को अपने दिल में नहीं लेना चाहिए । नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने इस विषय में कहा कि सदन में किसी को भी चर्चा के दौरान जातिसूचक शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए । इसके बाद विधायक अजय चंद्राकर ने अपने स्थान पर खड़े होकर कहा कि वे अपने प्रश्न पर मंत्री द्वारा दिए गए उत्तर से संतुष्ट हैं और उन्हें इस विषय में और कुछ नहीं पूछना है इसके साथ ही सदन में आया गतिरोध समाप्त हुआ।

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