दंतेवाड़ा के विकास में संवदेनशीलता से कार्य करें अधिकारी: मुख्य सचिव
रायपुर, (Fourth Eye News) मुख्य सचिव आरपी मण्डल ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये है कि राज्य के दंतेवाड़ा जिले के विकास के लिए विशेष कार्ययोजना के तहत संवेदनशीलता से कार्य करें, ताकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुसार जिले में गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन करने वाले लोगों की संख्या में कमी लायी जाये।
मुख्य सचिव ने आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर दंतेवाड़ा जिले के विकास के संबंध में बनायी गई विशेष कार्ययोजना की विस्तार से समीक्षा की।मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिले में लगभग 60 प्रतिशत परिवार गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले है, उन्होंने अधिकारियों से कहा कि आगामी चार वर्षो में इसे 20 प्रतिशत से नीेचे लाने के लिए सभी विभाग के अधिकारी आपसी समन्वय से एकजुट होकर कार्य करें।
मंडल ने कहा है कि जिले के सभी लोगों को रोजगार से जोड़ने के लिए अधिकारी अपनी विभागीय योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए प्रतिवर्ष लक्ष्य बनाकर कार्य करें। इसके लिए आर्थिक गतिविधियों का निर्धारण कर लोगों की स्थाीय आय वृद्धि की गतिविधियों का निर्धारण सुनिश्चित किया जा सके। मुख्य सचिव ने जिले के स्व सहायता समूहों को रोजगार गतिविधियों से जोड़ने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये है। स्व सहायता समूहों के द्वारा तैयार सामग्री का उपयोग छात्रावासों, आश्रमों एवं पुलिस कैम्प में किया जाए जिससे समूह के सदस्यों को रोजगार मिलें।
इसी तरह से सुपोषण अभियान के तहत गर्भवती एवं शिशुवती माताओं को गरम-भोजन अनिवार्य रूप से उपलब्ध करायें। मुख्य सचिव ने जिले के गौठानों को आजीविका केन्द्रों में परिवर्तित कर वहां पर रोजगार परख कार्य कराने के निर्देश दिये हैं। वनाधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त पट्टाधारकों के लिए हितग्राही मूलक योजना बनाकर लाभान्वित करने के निर्देश दिये है।
जिले के किसानों के खेतों में लघु एवं सूक्ष्म सिंचाई योजना बनाकर सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने और उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देने के लिए समुचित कार्यवाही करने के निर्देश दिये है। मुख्य सचिव ने कृषि, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को दंतेवाड़ा जिला का दौरा कर विभागीय कार्यो को मौके पर जाकर देखने के निर्देश दिये है।