वॉशिंगटन : एफबीआई के पूर्व निदेशक जेम्स कॉमी ने एबीसी को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि डॉनल्ड ट्रंप राष्ट्रपति पद के लिए नैतिक रूप से अयोग्य हैं। एबीसी के मुताबिक कॉमी ने ट्रंप के लिए कहा , ‘मैं उनके मानसिक रूप से अक्षम या मनोभ्रम के शुरुआती चरण में होने को लेकर कही जा रही बातें नहीं मानता। ’
उन्होंने कहा , ‘मुझे नहीं लगता कि वह स्वास्थ्य कारणों से राष्ट्रपति पद के लिए अयोग्य हैं। मुझे लगता है कि वह नैतिक रूप से इस पद के लिये अयोग्य हैं।’ कॉमी ने कहा , ‘हमारे राष्ट्रपति को उन मूल्यों के प्रति सम्मान दिखाना और उनका अनुपालन करना चाहिए जो हमारे इस देश के मूल में हैं। इनमें सबसे महत्वपूर्ण सच है। राष्ट्रपति ऐसा करने में सक्षम नहीं हैं।’ डेमोक्रैट हिलरी क्लिंटन और 2016 के राष्ट्रपति चुनावों को अपने पक्ष के करने के लिए ट्रंप के चुनाव अभियान के कथित रूसी गठजोड़ को लेकर जांच में एफबीआई के व्यवहार को लेकर ट्रंप ने मई 2017 में कॉमी को पद से हटा दिया था।
चुनावों से ठीक 11 दिन पहले कॉमी ने घोषणा की थी कि हिलरी के विदेश मंत्री रहने के दौरान निजी ईमेल सर्वर के संभावित दुरुपयोग के मामले की जांच एफबीआई फिर से करेगी। हिलरी का कहना था कि यह कदम ट्रंप के हाथों उनकी हार की वजह बना।
ग्रीनवुड : अमेरिका के गुरुद्वारे में हुई झड़प, 4 लोग घायल
ग्रीनवुड : उपनगरीय इंडियानापोलिस स्थित एक गुरुद्वारे में हुई झड़प में चार लोग मामूली रूप से घायल हो गए। ग्रीनवुड सहायक पुलिस चीफ मैथ्यू फिलेनवर्थ ने बताया इंडियानापोलिस के दक्षिण में एक गुरुद्वारे में करीब 150 लोगों के बीच झड़प हो गई थी।
सूचना मिलने पर पुलिस और चिकित्सा सहायकों का दल मौके पर पहुंचा। उन्होंने ‘विश-टीवी’ को बताया कि गुरुद्वारे के प्रबंधन में हुए बदलाव के कारण झड़प शुरू हुई। ऐसा माना जा रहा है कि झड़प के वक्त वहां पाठ चल रहा था।
गुरुद्वारे के प्रबंधन में हर दो साल में बदलाव होता है। फिलेनवर्थ ने बताया कि चार लोगों को मामूली चोटे आई हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां पुलिस उनसे पूछताछ करेगी। पुलिस विडियो की जांच कर रही है और झड़प में संलिप्त लोगों से भी पूछताछ की जा रही है।
वाशिंगटन : सीरिया पर मिसाइल हमले के बाद अब रूस पर नए प्रतिबंध लगाएगा अमेरिका
वॉशिंगट : सीरिया के कथित रसायनिक हमले को लेकर अमेरिका उसके सहयोगी रूस पर नए प्रतिबंध लगा सकता है. संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की दूत निक्की हेली ने कहा कि इन प्रतिबंधों के जरिए उन कंपनियों को निशाना बनाए जाएगा जिन्होंने सीरिया के शासन को ये रसायनिक हथियार उपलब्ध कराए थे. हेली ने सीबीएस के कार्यक्रम ‘‘फेस द नेशन को दिए एक साक्षात्कार में कहा, आप जल्द ही रूस पर लगने वाले प्रतिबंधों को देखेंगे. मंत्री (स्टीव) नूचिन सोमवार को इसकी घोषणा करेंगे, अगर उन्होंने अब तक घोषणा नहीं की है तो.
14 अप्रैल को हुआ था हमला
गौरतलब है कि 14 अप्रैल को अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने मिलकर सीरिया की राजधानी दमिश्क के कई जगहों पर मिसाइलें दागी थीं. सीरिया के पूर्वी गोता के डौमा में कथित रूप से सीरिया द्वारा रसायनिक हथियारों के इस्तेमाल को लेकर अमेरिका ने पहले ही असद सरकार को चेतावनी दी थी. इस हमले में बच्चों सहित 75 लोग मारे गए थे. इस चेतावनी के बाद सीरिया के खिलाफ मिसाइल हमला किया गया. इस कार्रवाई के बाद अमेरिकी सैन्य अधिकारियों ने कहा कि हवाई हमलों ने सीरिया के रासायनिक हथियारों के भंडार को करारी चोट पहुंचाई, लेकिन अभी देखना है कि सीरिया कैसे जवाब देता है.
तो सीरिया नतीजे भुगतने को तैयार रहें
सीरिया में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के बाद हुए मिसाइल हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने कहा कि अगर सीरिया फिर से रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करता है तो अमेरिका प्रतिक्रिया के लिए पूरी तरह तैयार है. हेली ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लक्ष्मण रेखा खींच दी है और अमेरिका सीरिया पर दबाव बनाए रखेगा. अमेरिका असद शासन को रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल नहीं करने देगा.
निक्की हेली ने आरोप लगाया कि सुरक्षा परिषद और रूस रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करने वालों को जवाबदेह ठहराने के अपने कर्तव्य का निर्वहन करने में विफल रहे हैं.