प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक इंटरव्यू में क्यों कहा – मुझे श्रद्धांजलि दे देना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हाल ही में सवाल किया गया, कि क्या वह इस बात से संतुष्ट हैं कि देश कहां तक पहुंच गया है। इस पर उन्होंने कहा कि जिस दिन मोदी संतुष्ट हो जाए, तब लिख लेना आपको उसको श्रद्धांजलि देनी है। वो जिंदा नहीं है। मैं जीवन के आखिरी पल तक असंतोष को पालता रहता हूं। अपने भीतर कभी संतोष नहीं आने देता। मैं असंतोष पालता हूं, ताकि मुझे नया करने की प्रेरणा मिले। इसलिए कभी संतोष की बात मत कहिएगा, क्योंकि मुझे अभी बहुत कुछ करना है। भाजपा ने पीएम मोदी के इस बयान की एक वीडियो क्लिप शेयर की है, जो हाल ही में दक्षिण भारत के एक न्यूज चैनल को दिए गए इंटरव्यू की है।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संघर्षों में फंसी दुनिया शांति के लिए भारत की ओर देख रही है। नए भारत की इस नई भूमिका का श्रेय हमारे बढ़ते सामर्थ्य और विदेश नीति को दिया जा रहा है, लेकिन इसमें हमारी सांस्कृतिक छवि का बहुत बड़ा योगदान है। आज भारत इस भूमिका में आया है, क्योंकि हम सत्य और अहिंसा जैसे व्रतों को वैश्विक मंचों पर पूरे आत्मविश्वास से रखते हैं। भारत मानवता का सुरक्षित ठिकाना है।