अहिवारा विधानसभा से क्या इस बार भी बाज़ी मरेंगे गुरु रुद्रकुमार ?
छग की एक और हाई प्रोफाइल सीट का विश्लेषण
नमस्कार दोस्तों, आपका बहुत-बहुत स्वागत है। दोस्तों विधानसभा सीटों के विश्लेषण की स्पेशल सीरीज़ में आज हम बात करने जा रहे हैं हमारे प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीटों में से गिनीं जाने वालीं अहिवारा विधानसभा सीट की। अहिवारा विधानसभा सीट हमारे प्रदेश के दुर्ग जिले की एक सीट है। यह एससी बाहुल्य क्षेत्र के अंतर्गत आती है। साल 2008 में नए विधानसभा परिसीमन में अहिवारा पाटन और साजा के कुछ हिस्से को मिलाकर नया विधानसभा बना। तब से अब तक यहां तीन चुनाव हो चुके हैं। जिसमें दो बार भाजपा के विधायक रहे। 2018 के चुनाव में यहां कांग्रेस ने जीत दर्ज की। ये दुर्ग लोकसभा सीट का हिस्सा है, जो केंद्रीय इलाके में पड़ता है.इस विधानसभा सीट में वोटरों की कुल संख्या पिछले सेंसस के मुताबिक 1 लाख 88 हज़ार 860 है.
इस सीट पर हुए पिछले तीन चुनावों की बात करें तो साल 2008 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इस सीट से डोमन लाल को चुनावी मैदान में उतारा था। वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी अणि कुमार थे, बीजेपी कैंडिडेट डोमन लाल को कुल 57 हज़ार 795 वोट मिले थे, वहीं कांग्रेस के अनि कुमार के पाले में कुल 45 हज़ार 144 वोट आए और इस तरह बीजेपी के डोमन लाल इस सीट से विधायक बने। इसके बाद आया साल 2013 का विधानसभा चुनाव इस चुनाव में बीजेपी ने तत्कालीन विधायक डोमन लाल का टिकट काटते हुए सांवलाराम डाहरे को मैदान में उतारा, वहीं कांग्रेस ने भी अपना प्रत्याशी बदलते हुए अशोक डोंगरे को मैदान में उतारा, इस चुनाव में BJP के सावलाराम डाहरे को कुल 75 हज़ार 337 वोट हासिल हुए तो वहीं कांग्रेस के अशोक डोंगरे को महज़ 43 हज़ार 461 वोटों से ही संतोष करना पड़ा और इस तरह इस बार भी बीजेपी के खाते में गई, सांवलराम डाहरे इस सीट से विधायक चुने गए।
2018 का अहिवारा विधानसभा चुनाव काफी त्रिकोणीय माना जा रहा था, कांग्रेस और बीजेपी के अलावा इस बार बसपा ने भी अपना प्रत्याशी मैदान में उतारा। पिछले यानी साल 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अपने सिटिंग एमएलए सांवलराम डाहरे को ही टिकट दी,वहीं कांग्रेस ने काफी देर से अपने पत्ते खोले फिर चुनाव के ठीक पहले गुरु रुद्र कुमार के नाम का एलान किया, बसपा ने शोभा राम बंजारे को टिकट दी, इस चुनाव में बीजेपी को अपनी सीट से हाथ धोना पड़ा कांग्रेस के रूद्र गुरु ने कुल 88 हज़ार 735 वोटों से अहिवारा विधानसभा पर कब्ज़ा जमाया, वहीं बीजेपी के तत्कालीन विधयक सांवलराम डाहरे को मुंह की खानी पड़ी उनके हिस्से में मात्र 57 हज़ार 048 वोट आए, और इस तरह एक बड़ी मार्जिन के साथ, गुरु रुद्रकुमार अहिवारा विधानसभा सीट से विधायक बने और कांग्रेस के सूखे को खत्म किया। बसपा की प्रत्याशी शोभा राम बंजारे मात्र 5844 वोट ही हासिल कर सकीं।
वर्तमान में गुरु रूद्रकुमार अहिवारा के विधायक होने के साथ-साथ भूपेश सरकार में पीएचई मंत्री का भी दायित्व संभाल रहे हैं। खबर मिल रही है कि वो इस बार भी इसी सीट से अपनी दावेदारी ठोकेंगे, वहीं बीजेपी से पूर्व विधायक सांवलराम डाहरे भी पूरी तैयारी के साथ अहिवारा की विधायकी पाने को बेताब बताए जा रहे हैं। मगर दोस्तों आपको क्या लगता है क्या इस बार यह सीट कांग्रेस के पाले में जाएगी या फिर बीजेपी बाज़ी मार ले जाएगी ?