राहुल गांधी बनेंगे पीएम या नहीं? दो ज्योतिषियों की भविष्यवाणियों ने बढ़ाया सियासी तापमान

देश की राजनीति में जहां चुनावी रणनीति, जातिगत समीकरण और गठबंधन अहम भूमिका निभाते हैं, वहीं साल के अंत और नए साल की दस्तक के साथ ज्योतिष एक बार फिर चर्चा में आ गया है। इस बार केंद्र में हैं कांग्रेस नेता राहुल गांधी, जिनके राजनीतिक भविष्य को लेकर दो नामचीन ज्योतिषियों की बिल्कुल अलग-अलग भविष्यवाणियां सामने आई हैं।
ज्योतिषी मनीष अग्रवाल का दावा है कि राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने के योग पूरी तरह मौजूद हैं। उनका कहना है कि राहुल गांधी अभी अपने स्वर्णिम दौर में नहीं हैं, लेकिन 2036 के बाद उनका सितारा सबसे ज्यादा चमकेगा। मनीष अग्रवाल का यह भी कहना है कि वे पूरे आत्मविश्वास के साथ कह रहे हैं कि राहुल गांधी 110 फीसदी देश के प्रधानमंत्री बनेंगे।
इस भविष्यवाणी में अमित शाह का जिक्र भी खास है। मनीष अग्रवाल के अनुसार आने वाले करीब 10 साल तक अमित शाह का राजनीतिक प्रभाव मजबूत रहेगा, लेकिन जैसे-जैसे उनका प्रभाव घटेगा, वैसे-वैसे राहुल गांधी का राजनीतिक ग्राफ ऊपर जाएगा। उनका मानना है कि दोनों नेताओं की किस्मत किसी न किसी स्तर पर आपस में जुड़ी हुई है।
वहीं दूसरी ओर ज्योतिषी सुशील कुमार सिंह की राय बिल्कुल अलग है। उनका कहना है कि राहुल गांधी की कुंडली प्रभावशाली जरूर है, लेकिन प्रधानमंत्री बनने का योग उसमें नहीं है। सुशील कुमार सिंह के मुताबिक राहुल गांधी सत्ता की राजनीति में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं, सरकारें बनवाने-गिराने में अहम साबित हो सकते हैं, लेकिन खुद पीएम नहीं बन पाएंगे।
सुशील कुमार सिंह यहीं नहीं रुके। उन्होंने दावा किया कि प्रियंका गांधी वाड्रा भी कभी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगी और भविष्य में गांधी परिवार का कोई भी सदस्य इस पद तक नहीं पहुंचेगा।
इन विरोधाभासी भविष्यवाणियों ने एक बार फिर बहस छेड़ दी है—क्या देश की राजनीति सितारों से तय होती है या जनता के वोट से? फिलहाल सच यही है कि राहुल गांधी विपक्ष की राजनीति में अहम किरदार निभा रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री बनने का फैसला कुंडली नहीं बल्कि चुनावी नतीजे ही करेंगे।



