
रायपुर। कृषि महाविद्यालय रायपुर में सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों पर कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में सहायक पुलिस महानिरीक्षक (यातायात) और अंतर्विभागीय लीड एजेंसी सड़क सुरक्षा छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष संजय शर्मा ने छात्र-छात्राओं को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि हर साल देश में करीब 5 लाख सड़क हादसे होते हैं, जिनमें लगभग 1 लाख 80 हजार लोगों की मौत और 4 से 5 लाख लोग घायल होते हैं। यह आंकड़ा हर साल बढ़ रहा है, जो बेहद चिंताजनक है।
संजय शर्मा ने कहा कि यदि दोपहिया वाहन चालक और पीछे बैठने वाला हेलमेट पहनें और चार पहिया वाहन में चालक और यात्री सीट बेल्ट लगाएं, तो सड़क दुर्घटना से होने वाली मौतों में लगभग 42% तक की कमी लाई जा सकती है। उन्होंने सभी को हेलमेट और सीट बेल्ट के उपयोग के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) रायपुर प्रशांत शुक्ला ने बताया कि सड़क हादसों में सबसे ज्यादा मौतें दोपहिया चालकों की होती हैं। इसका बड़ा कारण हेलमेट न पहनना और घायल को समय पर इलाज न मिलना है। उन्होंने भारत सरकार की ‘गुड सेमेरिटन योजना’ के बारे में जानकारी दी, जिसके तहत हादसे में घायल की मदद करने वाले को 25 हजार रुपये तक इनाम और पंजीकृत अस्पताल में डेढ़ लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जाता है। उन्होंने सभी से अपील की कि वे सड़क हादसों में घायलों की मदद के लिए आगे आएं। साथ ही एम परिवहन ऐप के जरिए नागरिकों को मिलने वाले अधिकारों की भी जानकारी दी।
कार्यशाला में यातायात प्रशिक्षक टीके भोई और आरक्षक सहदेव वर्मा ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से रोड मार्किंग, सड़क संकेत, चालक संकेत, विद्युत सिग्नल और यातायात पुलिस के मैनुअल संकेतों की जानकारी दी और नियमों के पालन की अपील की।
अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय रायपुर डॉ. संजय शर्मा और डॉ. आरती गुहे ने छात्रों से यातायात नियमों का पूरी तरह पालन करने और अपने परिवार तथा आसपास के लोगों को भी जागरूक करने को कहा। कार्यक्रम में यातायात अधिकारियों द्वारा दी गई महत्वपूर्ण जानकारी के लिए आभार जताया गया। कार्यशाला में राष्ट्रीय सेवा योजना छात्रा इकाई प्रभारी डॉ. सूबुही निषाद और लगभग 200 छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।