कोरबा, पाली ब्लाक के ग्राम पंचायत लिटियाखार में प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही को एक युवक ने बैंक से रुपए निकालने के नाम पर ठग लिया। पहले वह कियोस्क सेंटर में काम करता था, जिसका उसने फयदा उठाते हुए गांव में पहुंचकर लोगों का आधार कार्ड ले लिया। इसके बाद खाते से राशि आहरित कर ली। जब ग्रामीण बैंक पहुंचे तो ठगी का खुलासा हुआ।
लिटियाखार में कियोस्क बैंक में काम कर चुके युवक राजकुमार रात्रे ने लोगों को ठग लिया। चार ग्रामीण सामने आए हैं, जिनके खाते से 10-10 हजार रुपए आहरित कर लिया गया है। जब ग्रामीण भारतीय स्टेट बैंक पाली कियोस्क बैंक तिवरता पहुंचे तो पता चला कि खाते में पैसा ही नहीं है। जब उन्होंने सिरकी निवासी राजकुमार पात्रे से संपर्क किया तो वह रुपए वापस करने लोगों को घुमा रहा है। लिटियाखारकी वृद्धा तुलमती गोंड़ ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास की प्रथम किश्त 48 हजार रुपए में से 25 हजार रुपए निकाली थी। बाकी 23 हजार रुपए राजकुमार ने निकाल लिया। पहले वह पेंशनधारी लोगों को पेंशन बांटता था। इसके एवज में वह 100 रुपए लेता था। इसी वजह से विश्वास कर अपना आधार कार्ड बैंक खाता नंबर दे दी। ग्राम के सरपंच को इसकी जानकारी दी हूं। अभी आवास का निर्माण रूका हुआ है। ऊपरपारा बस्ती निवासी उमेन्द्रसिंह उइके ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास की अंतिम किश्त में 10 हजार रुपए राजकुमार पात्रे ने निकाल लिया है। राजकुमार गांव में स्वाइप मशीन थंब मशीन लेकर आया था। उसने झांसा दिया कि वह अंतिम किश्त 24 हजार रुपए को निकालकर दे देगा। इसके लिए आधार कार्ड की मांग कर रजिस्टर में हस्ताक्षर भी करा लिया। जब रुपए की मांग की गई तो बोला कि अभी मेरे खाते में नहीं आया है। लेकिन बैंक जाने पर पता चला कि खाते से राशि निकाल लिया गया है।
हरनारायण उइके ने बताया कि चार ग्रामीणों का राशि राजकुमार नामक युवक निकाल लिया है। वह प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि है। धोखाधड़ी करने वाले युवक के घर दो-तीन बार गया था। लेकिन वह नहीं मिला। मोबाइल कॉल भी रिसीव नहीं कर रहा है। अभी इसकी सूचना विभाग को नहीं दी गई है। पता चला है कि कुछ दिनों तक वह कियोस्क बैंक में काम कर चुका है। पहले वह पेंशन बांटता था। अब लोगों के खाते में राशि जमा होने से उसका जाना बंद हो गया था। जमनीपारा की बेवा सोनकुंवर ने बताया कि प्रथम किश्त 48 हजार में से 38 हजार रुपए निकाली हूं। 10 हजार रुपए राजकुमार रात्रे ने निकाल लिया। जब तिवरता बैंक गई तो कियोस्क मैनेजर ने बताया कि 8 नवंबर को राशि निकाल ली गई है। राजकुमार ने पहले आधार कार्ड, खाता नंबर अंगूठा का निशान ले लिया था। सभी लोगों की तरह मैं भी विश्वास कर ली। जमनीपाराकी धन कुंवर ने बताया कि राजकुमार ने 48 हजार रुपए में से 40 हजार रुपए चार दिन आकर रोज 10 हजार रुपए देने का वादा किया था। उसने यह भी कहा कि एक साथ राशि नहीं निकल सकता। यह कहकर रजिस्टर में अंगूठा लगवाकर ले गया था। तीन दिन 10.10 हजार रुपए आकर दे गया। बाकी 10 हजार रुपए अभी तक नहीं दिया। इस वजह से आवास का निर्माण रूका हुआ है।