गुवाहाटी : जिंदगी को आसान बनाने के लिए हैं सरकार की योजनाएं
गुवाहाटी : असम में शनिवार को राज्य का पहला वैश्विक निवेशक सम्मेलन आयोजित हो रहा है. पीएम मोदी ने ‘द एडवांटेज असम: ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2018 का उद्घाटन किया. इस दौरान पीएम ने कहा कि देश की सोच बदल रही है. अब हम हताशा की जगह आशा और हौसले की बात करते हैं. देश में दोगुनी रफ्तार से विकास हो रहा है.
पीएम ने कहा, सरकार सभी योजनाओं को उस तरफ लेकर जा रही है, जहां गरीबों, निम्न-मध्यम वर्गों का कल्याण हो सके. मोदी ने कहा, हमारी योजनाएं जिंदगी को आसान बनाने के लिए हैं.
मोदी ने कहा कहा कि असम किस तरीके से विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है? यह आप सबकी मौजदूगी से दिख रहा है. पीएम ने कहा, ये एडवांटेज असम भारत-आसियान के लिए एक्सप्रेसवे है.
मोदी ने कहा, भारत की ग्रोथ स्टोरी में और गति तभी आएगी जब देश के पूर्वोत्तर में रहने वाले लोगों का भी संतुलित विकास हो. पिछले साढ़े तीन वर्ष में केंद्र सरकार की तरफ से और पिछले डेढ़ वर्ष में, असम सरकार की तरफ से किए गए प्रयासों का परिणाम दिखाई देने लगा है. आज जितने व्यापक पैमाने पर ये आयोजन हो रहा है, वो कुछ वर्ष पहले तक कोई सोच भी नहीं सकता था.
पीएम ने कहा, अब हम लगभग 1300 करोड़ की लागत राशि से राष्ट्रीय बांस मिशन को रीस्ट्रक्चर कर रहे हैं. उत्तर-पूर्व के लोगों को, खासकर यहां के किसानों को बजट के द्वारा एक और फायदा मिलने जा रहा है.
पीएम ने कहा, इस वर्ष के बजट में सरकार ने मुद्रा योजना के द्वारा लोगों को स्वरोजगार के लिए 3 लाख करोड़ रुपये कर्ज देने का लक्ष्य रखा है. इसके अलावा स्टैंड अप इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया, स्किल इंडिया मिशन के माध्यम से भी युवाओं को सशक्त करने का काम ये सरकार कर रही है.
‘द एडवांटेज असम: ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2018’ का मुख्य लक्ष्य असम के भू-रणनीतिक अवसरों और राज्य सरकार के नीतिगत सुधारों से विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिस्पर्धा को निवेशकों के सामने रखना है. 3 और 4 फरवरी को होने वाले इस समिट में असम में उपलब्ध निर्यात और विनिर्माण अवसरों को प्रदर्शित किया जाएगा.
इस समिट में शामिल होने से पहले पीएम मोदी ने ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी थी. पीएम ने ट्वीट किया- गुवाहाटी के सम्मेलन में शामिल होने के लिए उत्सुक हूं. हैं. मैं इस शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए असम सरकार को बधाई देता हूं, जो असम की निवेश क्षमता को विशेष रूप से दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया में अर्थव्यवस्थाओं के लिए विनिर्माण और सेवाएं दिखाएगा.
ये विदेशी मेहमान समिट में ले रहे हिस्सा
असम के ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में हिस्सा लेने के लिए विदेशी मेहमानों में भूटान के पीएम के अलावा बांग्लादेश के उद्योग मंत्री अमीर हुसैन अमु, म्यांमार के व्यापार मंत्री थान मिंट, लाओ के सूचना संस्कृति और टूरिज्म मंत्री ओनेथॉन्ग खोपन शामिल हैं. वहीं, अमेरिका, वियतनाम, यूएई, नीदरलैंड, नेपाल, कोरिया, जापान, इजरायल, इंडोनेशिया, जर्मनी, चेक रिपब्लिक और कनाडा जैसे देशों के राजनयिक और कारोबारी भी इसमें हिस्सा ले रहे हैं.
भारत के विकास के लिए नॉर्थ ईस्ट का विकास जरूरी
समिट में शिरकत कर रहे स्पाइस जेट के सीएमडी अजय सिंह ने कहा, भारत के विकास के लिए यह जरूरी है कि नॉर्थ ईस्ट का विकास हो. बिना कनेक्टिविटी के नॉर्थ ईस्ट का विकास नहीं हो सकता. उड़ान प्रोजेक्ट के तहत स्पाइस जेट गुवाहाटी, सिलचर और डिब्रूगढ़ के शहरों को देश के दूसरे हिस्सों से जोड़ता है. जल्द ही हम जोरहाट और लखीमपुर से भी कनेक्ट हो जाएंगे.
समिट में 4,500 प्रतिनिधियों ने कराया रजिस्ट्रेशन
असम के सीएम सर्वानंद सोनोवाल ने कहा, ‘अभी तक 4,500 प्रतिनिधियों ने इसमें भाग लेने के लिए पंजीकरण कराया है. इसमें 16 देशों के प्रतिनिधि शामिल हैं.’
सीएम सोनोवाल ने कहा, समिट में आसियान और दक्षिण एशिया की उभरती अर्थव्यवस्थाओं को दी जाने वाली विशेष सेवाओं के बारे में भी बताया जाएगा.
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी खास तौर पर पूर्वोत्तर राज्यों के विकास पर ध्यान दे रहे हैं. इस क्षेत्र के विकास के लिए उन्होंने कई कदम उठाए हैं. इस समिट से आगे की दिशा भी तय हो सकती है.