जगदलपुर, बस्तर के अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित स्कूलों में धीरे-धीरे बच्चों के लिए शुद्ध पानी पीने की व्यवस्था हैंडपंप खुदाई कर शासन द्वारा की जा रही है, लेकन स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों को पीने का शुद्ध पानी इसके बाद भी नसीब नहीं हो रहा है।
दरअसल जगदलपुर, तोकापाल, बास्तानार सहित लोहंडीगुड़ा व अन्य कई क्षेत्र हैं जहां पढऩे वाले स्कूली बच्चों को स्कूल में शुद्ध पानी पीने नहीं मिल पा रहा है। जगदलपुर विखं के ही नियानार, जामवाड़ा, सल्फीगुड़ा, केकागढ़, चोरबहार जैसे दर्जनों गांव हैं जहां के स्कूलों में लगे हैंडपंप आयरनयुक्त दुर्गंधित पानी निकाल रहे हैं। जिसे पीना किसी स्थिति में स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। इससे बच्चों को मजबूरी में इसका थोड़ा बहुत पानी पीने के कारण पेट दर्द, उल्टी की शिकायतें हमेशा बनी रहती हैं। साथ ही बच्चों के स्वास्थ्य में भी इससे गंभीर असर पड़ रहा है।
इस संबंध में जगदलपुर विखं के बीईओ के सूत्रों ने बताया कि शासन द्वारा स्पष्ट रूप से यह निर्देशित किया गया है जिन ग्राम पंचायतों में नल जल योजना लागू है। वहां पाईपलाइन बिछाकर स्कूलों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति पाइपलाईन के माध्यम से प्रदान की जाए। नल जल योजना से इसी परिप्रेक्ष्य में बच्चों को स्कूलों तक पाईपलाईन बिछाकर पानी सप्लाई करने की व्यवस्था की जा रही है और जिन स्कूलों में वर्तमान में पाईपलाईन नहीं बिछपाई है उन स्कूलों में पाईप लाईन बिछाकर पानी की व्यवस्था की जा रही है।