दंतेवाड़ा: बाईक एंबुलेंसों की हालत हुई जर्जर, सेवा के लायक नहीं
दंतेवाड़ा,: दक्षिण पश्चिम बस्तर के दूरस्थ क्षेत्रों में स्थित गांवों के निवासियों के लिए शासन ने दो बाईक लेकर एंबुलेंस की व्यवस्था यहां के निवासियों को गत वर्ष प्रदान की थी, लेकिन कुछ माह के अंदर ही यह एंबुलेंस जर्जर होकर अंचल के गांवों में खड़ी हैं और लोगों को कोई लाभ इसका नहीं मिल रहा है।
जानकारी के अनुसार दंतेवाड़ा जिले के अंतर्गत अंदरूनी गांवों के मरीजों, गर्भवती महिलाओं व बीमार बच्चों को विलंब किए बिना स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचाने गत वर्ष दो बाइकों के साथ एंबुलेंस बाइक की सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। इस जिले में यह एंबुलेंस इंद्रावती नदी पार चार ग्राम पंचायतों व अरनपुर क्षेत्र के अंदरूनी गांवों के लिए उपलब्ध कराई गई थी लेकिन 6 महीने बाद अब दोनों की हालत कंडम हो चुकी है।
एंबुलेंसों की हालत खराब होने के बारे में यहां के ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांवों तक पहुंचने व मरीजों को लाने सडक़ अच्छी नहीं है और सडक़ों की खराब हालत से दोनों बाईकें जर्जर होकर पड़ी हैं। जिससे हमारे गांवों के लिए शुरू की गई यह योजना अब बंद हो गई है। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बाइक एंबुलेंस को चलाने का जिम्मा एक एनजीओ को दी गई है।
नक्सली आतंक से भरे इस क्षेत्र में नदी पार गांवों के लिए यह सुविधा दी गई थी और इससे तुमरीगुंडा, चेरपाल, पाहुरनार, बड़ेकरका सहित करीब आधा दर्जन नदी पार गांवों के करीब 5000 आबादी को मिल रहा था।
इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि बाइक एंबुलेंस की सेवाएं नहीं मिलने संबंधी जानकारी मिली है, सडक़ खराब होने से यह परेशानी आ रही है। सुविधाएं प्रदान करने जो भी होगा वह हल निकालकर पुन: इसे प्रारंभ करने की पहल की जाएगी।
सुधीर जैन