दुर्ग, : यह प्रथम अवसर है जब कर्नाटक और मैसूर राज्य की राष्ट्रीय आजीविका मिशन का दल छग प्रदेश के नगरीय निकायों में दुर्ग नगर निगम शहर में पहुॅचे। उन्होंने दुर्ग निगम द्वारा राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन योजना के अंतर्गत महिला स्व सहायता समूहों द्वारा संचालित कार्यो, योजनाओं, और प्रोजक्टों का अवलोकन किया गया। टीम में सुमित प्रोजेक्ट आफिसर, जवारेगौड़ा मैसूर, रमेश नूलवी सीओ कर्नाटक और सुनन्दा स्कील लाइफ विजयपुर कर्नाटक शामिल थे। कर्नाटक, मैसूर के आजीविका मिशन योजना के दल ने सबसे पहले उन्होनें दुर्ग निगम द्वारा नगर चौपाटी में स्थापित शहरी आजीविका मिशन कार्यालय और वहॉ चलाये जा रहे कार्यो का अवलोकन किया। दल को बताया गया कि इस कार्यालय के माध्यम से गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के सदस्यों को सीधे योजना से जोड़ कर उन्हें स्वरोजगार प्रदान की जा रही हैं जैसे मेशन का कार्य, प्लंबर, मिस्त्री अन्य प्रकार के कार्य तथा ई-रिक्शा भी योजना में प्रदान की जा रही है। इसके अलावा नगर चैपाटी में स्थापित गुमटियों में महिला स्व सहायता समूहों की महिलाएॅ दुकानें संचालित कर अपने आप का समृद्धि कर रही हैं। दल को बगल में निगम द्वारा कचरा पृथककरण केन्द्र में किस प्रकार कचरा विक्रय केन्द्र के साथ खाद बनाने का कार्य महिलाएॅ कर आमदनी कमा रही है जिसकी जानकारी दी गई। संतराबाड़ी स्थित बुनकर संघ भवन में शहरी आजीविका मिशन के अंतर्गत पंजीकृत महिला स्व सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा इससे जुड़ कर तालपट्टी व अन्य सामान निर्माण का छोटा उद्योग लगाया है जिसका निरीक्षण कराया गया। इसके अलावा लुचकी पारा में बतख पालन से पूरा परिवार स्वरोजगार से जुड़ गया है जिसका अवलोकन कराया गया। इसे साथ ही नया पारा में अगरबत्ती उद्योग का भी निरीक्षण कराया गया। बैंगलोर और मैसूर से पहुॅचे टीम ने नगर निगम की इन योजनाओं व कार्यो का अवलोकन कर उसकी प्रशंसा की। उन्होंने कहा हम भी अपने राज्यों में इस प्रकार के प्रोजेक्ट को प्रोत्साहित करेगें। टीम के साथ सिटी प्रोजेक्ट मैनेजर मुक्तेश कान्हा, सीओ संतोष कसार एवं अन्य उपस्थित थे।
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