छत्तीसगढ़बालोद

बालोद : तीन करोड़ 68 लाख ओम नम: शिवाय मंत्र लेखन पुस्तिका शिव कुंड में अर्पित

बालोद  : जलेश्वर महादेव में पिछले 4 दिनों से पूर्णवर्धन महाउत्सव का आयोजन किया गया इसके तहत मंगलवार को चौथे दिन दसौंधी तलाब में कोलकाता के नव पंडितों द्वारा मंत्र उच्चारण के साथ हवन पूजन कर पूर्णाहुति दी गई इस दौरान जलेश्वर महादेव प्रमुख यज्ञदत्त शर्मा व धर्मपत्नी रंजना शर्मा यज्ञ में हवन पूजन कर पूर्ण आहुति देकर क्षेत्र के जनता के लिए अमन चैन व सुख समृद्धि की कामना की वही जलेश्वर महादेव में पूर्ण वर्धन उत्सव मंत्र अर्पण महोत्सव के अवसर पर 4 दिनों से चल रहे धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रम के अंतिम दिन मंगलवार को पूजा अर्चना वह मंत्र उच्चारण के साथ शिवलिंग पर मनोरथ मनोरथ भोग लगाया गया नव पंडितों के मार्गदर्शन में चल रहे धार्मिक कार्यक्रम के बाद सैकड़ों भक्तों को समिति द्वारा मनोरथ भोग  के साथ गुलाब का फूल व प्लास्टिक के बास्केट तथा बोतल में महा अभिषेक जल का वितरण किया गया
मंत्र लेखन पुस्तिका शिव कुंड में अर्पित
जलेश्वर महादेव में सुबह हवन पूजन कर पूर्णाहुति संपन्न होने के बाद जलेश्वर महादेव में प्रभु कृपा भाव स्वरूप लिखे गए तीन करोड़ 68  लाख ओम नम: शिवाय मंत्र का अर्पण  शिव कुंड में किया गया जिस का समापन शिव कुंड में किया गया भक्तों द्वारा बंधी हुई रस्सी को स्पर्श कर धीरे-धीरे जल में अर्पण किया गया इस दौरान मंत्र समर्पण होते ही भक्तों ने जलेश्वर महादेव हर हर महादेव के जयघोष से पूर्व परिसर शिवमय हो गया जहां भक्त साल भर से श्रद्धा और लगन के साथ ओम नम: शिवाय का लेखन करते हैं और उसी लेखन को आज शिव को समर्पित करते हैं जिससे कुछ देर के लिए भावुक हो गए थेफिर से मंत्र लेखन शुरू
जलेश्वर महादेव में पिछले 6 वर्षों से ओम नम: शिवाय मंत्र लेखन का कार्य किया जा रहा है वही भक्तों की अपार श्रद्धा उमंग  के चलते आने वाले वर्ष 2019 के लिए ओम नम: शिवाय मंत्र लेखन का कार्य भी प्रारंभ हो चुका है शब्द नहीं अनुभव की आत्मसात करने के लिए महिला व पुरुष दो अलग-अलग कक्ष में कतारबद्ध टेबल में बैठकर ओम नम: शिवाय लेखन का कार्य भक्तों द्वारा किया जा रहा है इस दौरान मंदिर समिति द्वारा मंत्र लेखन कार्य में शामिल होने वाले भक्तों के लिए कापियां  व पेन  मुफ्त में उपलब्ध कराई जाती हैआजीवन चलेगा मंत्र लेखन

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जलेश्वर महादेव प्रमुख शर्मा ने बताया कि समापन के समापन के बाद भी ओम नम: शिवाय मंत्र लेखन का जीवन चलेगा भक्तों के लिए शब्द नहीं अनुभव मंत्र लेखन कक्षा हमेशा खुला रहेगा वही सातवें अभिषेक के लिए शुभरंभ हो चुका है 6 वे चरण तीन करोड़ 68 लाख  अधिक मंत्र हो गए थे जिसे शिवलिंग के शिवलिंग के कुंड में अर्पण किया जा चुका है इसी मंत्रों से घुले हुए जल  को भक्तों को वितरण किया गया समारोह में पिछले 4 दिनों तक पूजा अर्चना रुद्राभिषेक जलाभिषेक तथा विधि विधान के साथ संपन्न कराया गया समिति के अध्यक्ष विनोद कौशिक व प्रबंधक मुरारी लाल चंदन ने बताया कि समारोह में भक्तों ने पूरे उत्साह और लगन से ओम नम: शिवाय मंत्र लेखन किया है इसके बाद श्रद्धा भाव से महादेव को मंत्र अर्पित किया गया इसके बाद मनोरथ भोग व महाभिषेक जल का वितरण  मंत्रलेखंन  से जुड़े जुड़े लोगों को किया गया।
अंबा भाई पटेल ने कहा कि जब से मंत्र लेखन प्रारंभ हुआ है जीवन का मूल उद्देश्य है ईश्वर प्राप्ति वही यहां पर ओम नम: शिवाय। ओम नम: शिवाय लिखने से ही ईश्वर की प्राप्ति होती है और शांति मिलती है।पुरुषोत्तम देशमुख ने कहा कि मनुष्य जीवन सार्थक व अंतिम उद्देश्य की प्राप्ति संभव है इसीलिए लोग जुड़े हुए हैं और लोग जुड़ चुके हैं इसलिए इसलिए मैं इस पुनीत कार्य में पुनीत कार्य से जुड़ा हुआ हूं।  भरत गांधी ने कहा ओम नम: शिवाय लेखन करने से जो शांति मिलती है उसे हम बयां नहीं कर सकते और जिसके शब्द नहीं है 6 वर्षों से लगातार लेखन कर रहे हैं। स्वरूप राठी ने कहा कि शब्द नहीं अनुभव कक्ष में मंत्र लेखन करने से शांति और मन हमेशा प्रफुल्लित रहता है इसके लिए जलेश्वर महादेव समिति बधाई के पात्र हैं। राजेश ठाकुर ने कहा कि ओम नम: शिवाय मंत्र लेखन लेखन करने से हम अपने आप को अपने हमेशा शांति का अनुभव व शारीरिक और मानसिक रूप से प्रशिक्षित रहते हैं। बाबू भाई पटेल ने कहा कि ओम नम: शिवाय मंत्र लेखन जब से प्रारंभ हुआ है तब से हम लेखन कार्य में जुटे हुए हैं और मरते दम तक लेखन कार्य करेंगे इससे घर परिवार में शांति बनी रहती है। मुरारीलाल चन्दन ने  कहा कि मंत्र लेखन मंत्र लेखन कक्षा में आने से सुख शांति अनुभव होता है ओम नम: शिवाय मंत्र लेखन से सीधे शिवजी से ध्यान हो जाता है इससे बड़ा कोई नहीं हो सकता।
 

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