महासमुंद : एनएच 353 व 53 के दोनों किनारों पर जिले के शहर बसे हुए हैं। हाईवे होने के कारण इन शहरों में यातायात का दबाव लगातार बढ़ रहा है जिससे आएदिन सडक़ दुर्घटनाएं हो रही है। वर्ष 2017 में 489 सडक़ हादसे में कुल 197 लोगों की मौत हुई इनमें से 152 लोग ऐसे हैं जिनकी मौत सिर पर चोट लगने से हुई है। अब जिले की पुलिस ने हेलमेट जागरूकता अभियान के तहत हेलमेटधारक वाहन चालकों को गुलाब का फूल देकर सम्मानित करते हुए जागरूकता अभियान प्रारंभ की है।
नवपदस्थ पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने पत्रकारों से अपनी पहली मुलाकात में क्राइम सहित जिले की यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए अपनी मंशा जाहिर की थी। शनिवार को उनके निर्देश पर अलग-अलग थाना क्षेत्रों में यातायात पुलिस ने दुपहिया वाहन चालकों से यातायात नियमों के पालन की अपील की। पुलिस अधीक्षक सिंह ने जनता से हेलमेेट पहनने और सडक़ों पर वाहन चलाते समय सावधानी बरतने की अपील की। इस दौरान यह भी निर्देशित किया है आगामी 3 दिनों तक समस्त थाना क्षेत्रों में हेलमेट जागरूकता अभियान चलाया जाए जिसके तहत हेलमेटधारक वाहन चालकों को गुलाब का फूल भेंटकर समझदार वाहन चालक होने की सराहना की। उल्लेखनीय है कि जिले का मुख्यालय, बागबाहरा, तुमगांव, पिथौरा, बसना एवं सरायपाली सहित अन्य शहरी क्षेत्र एनएच 353 और 53 के किनारे बसा हुआ है जिसके कारण भारी वाहनों का अधिक दबाव होता है जिससे सडक़ दुर्घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। यातायात विभाग से मिले आंकड़े के अनुसार वर्ष 2017 में कुल 489 सडक़ हादसे हुए जिनमें 197 की मौत, 480 घायल हुए। इसी प्रकार 2016 में 458 सडक़ हादसों में 202 की मौत, 427 घायल हुए। इन तीन सालों में सबसे अधिक 2015 में सडक़ दुर्घटनाएं हुई, इस वर्ष 496 दुर्घटनाओं में 336 को अपनी जान गंवानी पड़ी वहीं 526 लोग घायल हुए।
16 हजार चालान कटे पर बिना हेलमेट के मात्र 644
हेलमेट को लेकर गत वर्ष के आदेश के बाद हेलमेट जागरूकता अभियान जोर-शोर से चला लेकिन कुछ ही दिनों में यह अभियान केवल कागजों में ही सीमित रह गया। जिले की बात करें तो यातायात विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2017 में विभाग द्वारा 16 हजार चालान काटे गए जिससे 49 लाख 83 हजार 500 रूपए वसूल किए गए जिसमें सबसे अधिक 3 सवारी 4 हजार 684 चालान काटे गए इसी प्रकार बिना नंबर 56, नियमों का उल्लंघन 2 हजार 854, बिना कागजात 2 हजार 723, बिना लाइसेंस 432, गलत पार्किंग 403, शराब पीकर चालन 491, अन्य कार्रवाई 1737 और बिना हेलमेट मात्र 644। लगातार सडक़ दुर्घटना और सिर पर लगने वाली चोट से सबसे अधिक लोगों की मौत के बावजूद भी हेलमेट न पहनने वालों पर चालानी कार्रवाई करने में पुलिस नरम दिखाई पड़ी जो अभियान पर प्रश्र चिन्ह खड़ा करता है। अब देखना है कि नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक के हेलमेट जागरूकता अभियान को कितनी सफलता मिलती है? हालांकि सडक़ दुर्घटना रोकने के लिए शहरों में यातायात व्यवस्था को दुरूस्त करने सहित पार्किंग पर पुलिस व नगर पालिका व नगर पंचायतों को एकजुट होकर कार्य करने की जरूरत है।
वर्सन
पिछले दिनों क्राइम बैठक में जिले सहित शहर की यातायात व्यवस्था पर विशेष रूप से चर्चा की गई थी। यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने आने वाले दिनों में यातायात सप्ताह के दौरान अभियान चलाया जाएगा। फिलहाल, हेलमेट जागरूकता अभियान प्रारंभ किया गया है इसमें लोगों को हेलमेट पहनना कितना जरूरी है इस पर समझाईश दी जाएगी पश्चात कार्रवाई भी की जाएगी।
संतोष कुमार सिंह
एसपी-महासमुंद
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