रायपुर, : प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी माघ शुक्ल पक्ष पंचमी के अवसर पर विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों यथा विद्यालयों महाविद्यालयों संगीत विद्यालयों एवं संगीत महाविद्यालयों में बसंत पंचमी उत्सव 22 जनवरी को मां वीणावादिनी सरस्वती देवी के पूजन के साथ श्रद्धा एवं विधि विधान से आयोजित किया जाएगा। बसंत पंचमी उत्सव के लिए महाविद्यालयों में विद्यालयों में एवं सांस्कृतिक संस्थानों में जोर शोर से पूजन की तैयारियां चल रही है। बसंत पंचमी उत्सव के अवसर पर मां सरस्वती का पूजन सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे के मध्य आयोजित किये जाने की जानकारी विभिन्न संस्थानों से मिली है। रात्रि सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन शास्त्रीय संगीत एवं सुगम संगीत सभाओं के माध्यम से शहर के विभिन्न संस्थानों में आयोजित किया गया है। मां शारदा मंदिर गुढिय़ारी की प्राचार्या श्रीमती वत्सला चंद्राकर ने जानकारी देते हुये बताया कि उनके विद्यालय में इस दिन विधि विधान से पूजन किया जाता है। पूजन के उपरांत विद्यार्थियों को प्रसाद वितरण किया जाता है। पौराणिक ग्रंथों में भी बसंत पंचमी उत्सव का विवरण आकर्षण ढंग से किया गया है। बसंत ऋतु का आगमन प्रकृति का श्रंृगार एवं समस्त जीव जंतुओं में उत्साह की लहर बंसत पंचमी आगमन का संदेश देती है। वहीं पौराणिक ग्रंथों में इस बात का भी उल्लेख है कि बंसत पंचमी के दिन ही इंद्र की सभा की अप्सराओं ने धरती में आकर लोक नृत्य कर लोक नृत्य की पंरपरा की शुरूआत की थी।
शर्मा जी
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