रायपुर : भारतीय जनता पार्टी प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि ना खाता ना बही जो भूपेश कहे वहीं सहीं वाली बात नहीं हो सकती है। भूपेश बघेल कभी अपने आरोप पर कोई प्रमाणिकता प्रस्तुत नहीं कर पाए तेंदूपत्ता खरीदी घोटाला वाली बात भी बेमानी है।
भाजपा प्रवक्ता श्रीवास्तव ने कहा कि तेंदूपत्ता खरीदी का गणित बिल्कुल अलग है ज्यादा रेट या कम रेट कोटा से नहीं बल्कि व्यक्ति की क्षमता के आधार पर कार्य आबंटित होता है। यदि किसी व्यक्ति की क्षमता पूरी हो गई है तो दूसरे को कार्य आदेश दिया जाता है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष भूपेश बघेल 2001 से 2003 तक जिस कैबिनेट में थे उसी केबिनेट ने दंतेवाड़ा को छोडक़र पूरे राज्य में तेंदूपत्ता क्रय निविदा निकाली थी और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी कहते थे कि मैंने कांग्रेस विधायक कावासी लखमा के कहने पर ऐसा किया है। अजीत जोगी जी कहते थे कि कवासी लखमा ही बताएंगे आप सब उन्हीं से पुछिए।
भाजपा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल से पूछती है क्यों दंतेवाड़ा को छोड़ा जाता था? क्या नक्सलियों के कहने पर प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष कवासी लखमा ऐसा करवाते थे? क्या भूपेश बघेल जब मंत्री थे तेंदूपत्ता का पैसा दंतेवाड़ा में नक्सली को भेजते थे? क्या कांग्रेस ने कवासी लखमा को कार्यकारी अध्यक्ष नक्सलियों से सांठगांठ कर चुनाव जीतने के लिए बनाया है? श्रीवास्तव ने कहा कि किसी प्रकार का तेंदूपत्ता में भ्रष्टाचार नहीं हुआ है पूरे नियम कानून का पालन किया गया है। कांग्रेस पार्टी के आरोप बेबुनियाद है।