वॉशिंगटन : यूएस में तीन हफ्तों में दूसरी बार कामबंदी
वॉशिंगटन : अमेरिका को एक बार फिर सरकारी कामकाज ठप होने की स्थिति से गुजरना पड़ा। अमेरिकी कांग्रेस (संसद) के अहम परिसंघीय व्यय विधेयक को पारित करने में देरी होने की वजह से यह नौबत आई। हालांकि कुछ घंटों के बाद द्विदलीय पैकेज को 186 के मुकाबले 240 मतों से पारित कर कामकाज को दोबारा शुरू करने का मार्ग प्रशस्त किया। इस विधेयक पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हस्ताक्षर के बाद कामकाज फिर से शुरू हो सकेगा। इस पैकेज से सरकार को 23 मार्च तक खर्च करने लायक राशि मिल गई है। इससे पहले एक रुढि़वादी सीनेटर ने कांग्रेस को आधी रात की समयसीमा का पालन नहीं करने दिया, जिससे कामकाज ठप पड़ गया। ट्रंप इस कदम का समर्थन करते हैं। उम्मीद है कि उनके हस्ताक्षर के बाद यह कानून बन जाएगा और परिसंघीय व्यय के मुद्दे पर कैपिटल हिल में चल रहा शर्मिंदा करने वाला ड्रामा खत्म होगा। सदन के स्पीकर व कांग्रेस में शीर्ष रिपब्लिकन पॉल रेयान ने पूरी तरह गैर-जरूरी बंद की गंभीरता को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि इतिहास की किताबों में हो सकता है इसे बहुत छोटी जगह मिले, लेकिन यह वॉशिंगटन को परिभाषित करने वाले राजनीतिक अवरोध के बारे में बहुत कुछ कहता है। रात के अंधेरे में ही सदन ने वित्तपोषण विधेयक पारित किया। सीनेटर रैंड पॉल ने करार पर अपना वोट रोक लिया। उनकी दलील थी कि यह काफी महंगा है। पॉल ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी में एक रुढि़वादी सदस्य हैं। पिछले महीने जनवरी में भी अमेरिकी सरकार का कामकाज तीन दिन तक ठप करना पड़ा था। अमेरिका में पैसे की कमी होने पर संघीय एजेंसियों को अपना कामकाज रोकना पड़ता है मतलब कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया जाता है। इस दौरान उन्हें वेतन भी नहीं दिया जाता।