रायपुर/बिरगांव – मासूम चेहरा और महज सात साल की उम्र, लेकिन तन्ना पूरा जहां जीतने की, कुछ ऐसी ही ख्वाहिश रखती है सात साल की ये महिमा सिंह राजपूत, लेकिन उसे लोग प्यार से गुड़िया बुलाते हैं, भले ही कुदरत ने उसके साथ नाइंसाफी की हो और वो हाथ और पैर से दिव्यांग हो, लेकिन इसके साथ ही कुदरत ने उसे ऐसी सुरीली आवाज दी है, जिसे सुनने वाले उसकी तारीफों के पुल बांधने नहीं भूलते, और गुड़िया भी जब अपने हाथों में माइक थामती है तो वो भूल जाती है कि उसके सामने सौ लोगों की भीड़ है या फिर हजारों की, ऐसा ही एक कार्यक्रम रायपुर के बिरगांव में टार्जन स्टार नाइट प्रोग्राम हुआ जहां गुड़िया ने अपने गीतों से सबका मन मोह लिया और उसे सम्मानित किया गया ।
गाने के साथ एक्टिंग का भी है शौक
तीसरी की कक्षा में पढ़ने वाली गुड़िया को न सिर्फ गाने का शौक है बल्कि वो एक्टिंग में भी हाथ आजमा चुकी है, गुड़िया 4 से 5 शॉर्ट फिल्में और इतने ही एल्बम में अपनी एक्टिंग का जौहर दिखा चुकी है, यही नहीं गुड़िया एक एल्बम में सिंगिग भी कर चुकी है ।
हुनर को निखारने की जरूरत
गुड़िया के अंदर न तो साहस की कमी है न ही हुनर की, अब बस जरूरत है तो उसके हुनर को निखारने की,जिससे उसकी राहों में न तो दिव्यांगता कभी भी आड़े न आए, न ही को दूसरी मजबूरी ।