कोटा में 104 पहुंचा बच्चों की मौत का आंकड़ा, केंद्र की टीम करेगी जांच

राजस्थान (Fourth Eye News) के कोटा में बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहे है. मौत का ये आंकड़ा अब 104 पर पहुंच गया है. यहां साल के पहले दिन 3 बच्चों ने दम तोड़ा था, जबकि गुरुवार को भी एक बच्चे की मौत हुई. बच्चों की हो रही मौतों के बाद केंद्र की हाईलेवल टीम भी कोटा पहुंच रही है, वहीं कोटा के प्रभारी मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा भी आज कोटा पहुंच रहे हैं.
आपको बता दें कि कोटा में मौत का आंकड़ा नया नहीं है. साल 2014 में 15719 बच्चे भर्ती हुए, इनमें से 1198 बच्चों को बचाया नहीं जा सका. इसके अगले साल यानी 2015 में 17579 बच्चे भर्ती हुए इनमें से भी 1260 बच्चों की मौत हुई. बच्चों की मौत का ये आंकड़ा साल 2018 और 2019 में भी थमता दिखाई नहीं दिया.
कोटा में बच्चों की मौत पर अनुराग कश्यप का ट्वीट
What is wrong with the administration .. how do they even allow this to happen.. and why does one have to wait for so many children to die before taking cognizance of it .. https://t.co/oqyNFbVLqf
— Anurag Kashyap (@anuragkashyap72) January 2, 2020
केंद्रीय स्वाथ्य टीम लेगी जायजा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एक हाइलेवल टीम राजस्थान के कोटा स्थित जे.के. लोन हॉस्पिटल जाएगी. इस टीम में जोधपुर एम्स के विशेषज्ञ डॉक्टर, स्वास्थ्य, वित्त और क्षेत्रीय निदेशक शामिल होंगे. इसके साथ ही जयपुर से भी विशेषज्ञ इसमें शामिल होंगे.
केंद्र ने मदद का भरोसा दिया
इस मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने राजस्थान के मुख्यमंत्री से बात की है. उनके मुताबिक, केंद्र सरकार ने राजस्थान सरकार को बच्चों के इलाज के लिए हर संभव मदद देने का भरोसा दिया है. जिसके बाद बाल रोग विशेषज्ञ की एक टीम को भी राजस्थान के लिए रवाना किया गया है, ताकि वहां बच्चों की मौत रोकी जा सके. हालांकि केंद्र की ओर से साल 2019-20 वित्त वर्ष में जे के लोन अस्पताल 91 लाख रुपए की अग्रिम राशि पहले ही दी जा चुकी है । डॉ. हर्ष वर्धन ने राजस्थान सरकार से कहा कि जरूरत होने पर राजस्थान सरकार वित्तीय सहायता के लिए केंद्र को प्रस्ताव भेज सकती है.