प्रदेश में अब तक 960.9 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज
मध्य वर्षा ऋतु में सामान्य से अधिक बारिश, किसानों और जल संसाधनों पर सकारात्मक प्रभाव

छत्तीसगढ़ में अब तक औसतन 960.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई है, जो पिछले वर्षों के मुकाबले सामान्य से अधिक है। इस बारिश से कृषि क्षेत्र को फायदा पहुंचा है और जल संसाधनों की स्थिति बेहतर हुई है।
प्रदेश में 2025 की वर्षा ऋतु में अब तक औसतन 960.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई है, जो सामान्य तापमान और जल संचयन के लिए अनुकूल स्थिति दर्शाती है। यह वर्षा सामान्य से अधिक है, जिससे किसानों को अच्छी फसल के लिए उतम संरक्षण मिला है।
जल संसाधनों की पूर्ति के साथ-साथ नदियों, नहरों और जलाशयों में भी जल स्तर में सुधार हुआ है, जिससे सिंचाई की संभावनाएं बढ़ीं हैं। प्रदेश की जमीनी स्थिति और जल संरक्षण योजनाओं में भी बेहतर योगदान देखने को मिला है।
बारिश के बढ़ते स्तर से जल संकट का सामना कम हुआ है और पेयजल की उपलब्धता में सुधार हुआ है। प्रशासन ने भी वर्षा के पिछले आंकड़ों के आधार पर अगली योजना एवं सूचनाओं को अपडेट करते हुए सावधानियों और तैयारियों को प्रबल बनाया है।
इस वर्षा रिपोर्ट से किसानों, अफसरों और पर्यावरणविदों को सही दिशा में योजना बनाने में मदद मिलेगी। प्रदेश के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में वर्षा के कारण सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों में सामान्यता आई है।