रायपुर, ऑक्सीजोन के नाम पर आखिरकार खालसा स्कूल के सामने संचालित होने वाले दुकानों पर बुलडोजर चल ही गया। तमाम विरोधों को दरकिनार करते हुए शासन-प्रशासन ने यहां भारी पुलिस बल तैनात कर दुकानों को तोडऩा शुरू कर दिया है। तोडफ़ोड़ का विरोध करने वाले दुकानदारों को इसकी भनक काफी देर बाद लगी तब तक यहां की अधिकांश दुकानें ध्वस्त कर दी गई थी।
ईएसी कालोनी को उजाडक़र वर्तमान में यहां ऑक्सीजोन का निर्माण किया जा रहाहै। ऑक्सीजोन में आने वाले नागरिकों के वाहनों की पार्किंग के लिए उपयुक्त स्थान न मिलने पर खालसा स्कूल के सामने संचालित होने वाली 70 दुकानों को हटाकर यहां पार्किंग बनाने का निर्णय लिया गया था। इसी निर्णय के चलते यहां के दुकानदारों को हटाने की मुहिम शुरू हो गई थी। केवल पार्किंग के नाम पर यहां संचालित होने वाली दुकानों को हटाने का पीडि़त दुकानदारों ने जोरदार विरोध किया था। हाल में दुकानदारों ने अपनी बर्बादी का हवाला देकर प्रतीकात्मक अर्थी सजाकर भी विरोध-प्रदर्शन किया। निगम मुख्यालय सहित शासन-प्रशासन के सामने भी दुकानें न हटाने का आग्रह किया था। लेकिन तमाम विरोधों और आग्रहों को दरकिनार करते हुए आज यहां से दुकानें हटाने का अभियान शुरू हो गया। सुबह करीब 6 बजे से ही भारी पुलिस बल और करीब 15 बुलडोजरों के साथ तोडफ़ोड़ अमला यहां पहुंचकर तोडफ़ोड़ में जुट गया था। जेसीबी के साथ पहुंचे अमले ने देखते ही देखते यहां की दुकानों को ध्वस्त करना शुरू कर दिया था। दोपहर 12 बजे तक यहां की अधिकांश दुकानें ढहा दी गई थी। तोडफ़ोड़ का यह काम सुबह-सुबह इसलिए भी किया गया कि ताकि इसका ज्यादा विरोध न हो सके। बहरहाल यहां के दुकानदारों को जब दुकानें तोड़े जाने की भनक लगी तो वे भी हड़बड़ा कर यहां पहुंच गए थे, लेकिन तब तक अधिकांश दुकानदारों की दुकानें ढहा दी गई थी। ज्ञात हो कि कल ही क्षेत्र के विधायक श्रीचंद सुंदरानी ने कलेक्टर को पत्र लिखकर केवल पार्किंग के नाम पर 70 दुकानदारों के आजीविका को बंद किए जाने का विरोध करते हुए पार्किंग के लिए कहीं और जगह देखने तथा कार्यवाही के पूर्व शहर के सभी विधायकों को विश्वास में लेने का उल्लेख करते हुए पत्र लिखा था।