सिंधिया समर्थक सरकार में आ गए, पर संगठन को उनपर भरोसा नहीं
भोपाल , कमलनाथ सरकार सरकार गिराकर 22 कांग्रेस विधायकों के साथ भाजपा का दाम थामने के बाद पार्टी संगठन में पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों को कोई खास महत्व नहीं मिल पाया है। प्रदेश संगठन से लेकर राष्ट्रीय कार्यकारिणी में किसी भी सिंधिया समर्थक को कोई पद नहीं दिया गया।
हालांकि शिवराज सरकार में सिंधिया के 14 समर्थक विधायक नहीं होते हुए भी मंत्री बने हुए हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की टीम की घोषणा हुई। इसमें मप्र के चार लोगगों को स्थानमिला, लेकिन इनमें कोर्ठ सिंधिया समर्थक नहीं है। माना जा रहा था कि राष्ट्रीय टीम में सिंधिया के किसी समर्थक को समायोजित किया जाएगा। इससे पहले प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने पांच प्रदेश महामंत्रियों की नियुक्ति की थी, लेकन उनमें से भी कोई सिंधिया समर्थक नहीं है।
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल कहते हैं कि भाजपा में राष्ट्रीय फलक पर काम करने की दृष्टि से कार्यकर्ताओं का आंकलन कर स्थान दिया गया है। भाजपा में न कोई गुुट है और न ही इस आधार पर चयन होता है। सिंधिया के समर्थक और वे पार्टी के नेता हैं। उन्हेंभाजपा से अलग नहीं समझना चाहिए।