
अम्बिकापुर
कलेक्टर संजीव कुमार झा ने बुधवार को ग्रमीण एवं शहरी कोविड निगरानी दलो की ऑनलाइन बैठक लेकर होंम आईसोलेशन में रह रहे मरीजो की निगरानी की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रो में संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आये अधिक से अधिक व्यक्तियों को दवा किट उपलध कराकर उन्हें खिलाएं भी।
गांव में होंम आईसोलेशन के नियमों का पूरी तरह से पालन संभव नही है। ऐसे में संक्रमण को रोकने घर के सभी सदस्यों को दवा किट देकर खिलाना जरूरी है।कलेक्टर ने जनपदवार कोरोना मरीजो की संख्या तथा उपलब्ध कराए गए दवा किट की समीक्षा की। उन्होंने मैनपाट और लखनपुर में मरीजो की संख्या के हिसाब से कम लोगो को दवा किट बांटने पर दोनो विकासखण्ड के बीएमओ को निर्देशित करते हुए कहा कि दवा वितरण में कमी न हो ।
उन्होंने कहा कि यह नियम बना लें कि किसी घर के एक सदस्य पॉजिटिव आता है तो घर के सभी सदस्यों को दवा किट देना ही है। इसमें किसी प्रकार की कोताही न बरतें। बीएमओ प्रतिदिन मितानिन द्वारा वितरित की गई दवा किट की संख्या गूगल शीट पर अपडेट कराएं।
कलेक्टर ने ग्रामीण क्षेत्र में कोविड टेस्टिंग बढ़ाने के लिए सेक्टर प्रभारियों को निर्देशित किया कि ग्रामीणों को कोविड टेस्ट कराने में प्रोत्साहित करें।
इसके साथ ही टेस्टिंग टीम की भी समय-समय पर टेस्ट कराएं। उन्होंने कहा कि होंम आईसोलेशन के किसी मरीज मेडिकल टेस्ट के लिए शहर आने की। जरूरत हो तो सेक्टर प्रभारी उसे पर्ची लिखकर देगा जिसमे नाम, पता तथा होंम आईसोलेशन की तिथि अंकित होगा। बिना पर्ची के किसी को भी शहर न आने दें।
कलेक्टर ने सेक्टर प्रभारियों से मरीजो की निगरानी तथा दवाई वितरण के संबंध में पूछताछ की और प्रत्येक मरीज को प्रतिदिन कम से कम तीन बार फोन कर जानकारी लेने के निर्देश दिए।बैठक में जिला पंचायत के सीईओ विनय कुमार लंगेह, सहायक कलेक्टर सुश्री श्वेता सुमन, एसडीएमए सीएमएचओ, बीएमओ, जनपद सीईओ सहित सेक्टर प्रभारी ऑनलाइन जुड़े थे।